भोपाल। केंद्रीय चुनाव आयोग ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा शिवराज सरकार में मंत्री इमरती देवी को आइटम कहे जाने पर उन्हें नोटिस जारी कर दिया है। आयोग ने उनसे 48 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा है।
मध्यप्रदेश में उपचुनाव से ठीक पहले कमलनाथ के इस बयान के बाद से ही प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। भाजपा कांग्रेस को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती है। बयान को मुद्दा बनाकर भाजपा नेता लगातार बयानबाजी कर रहे हैं।
Election Commission of India issues notice to former Madhya Pradesh CM Kamal Nath (in file photo) over his 'item' remark; asks him to clear his stand within 48 hours pic.twitter.com/V0tE4uPVCN
— ANI (@ANI) October 21, 2020
शिवराज कमलनाथ को निर्लज्ज और अहंकारी नेता तक बता चुके हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी माफी मांग रहे हैं, लेकिन कमलनाथ ने माफी नहीं मांगी।
हालांकि, बाद में कमलनाथ ने अपने इस बयान पर खेद जता दिया था। राहुल गांधी ने बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था कि मुझे ऐसी भाषा पसंद नहीं है।
19 अक्टूबर को डबरा विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के समर्थन में कमलनाथ सभा कर रहे थे। तब उन्होंने भाषण के दौरान इमरती देवी को आइटम कह दिया था।
कमलनाथ ने कहा था- सुरेश राजे उसके (इमरती देवी) जैसे नहीं हैं। क्या है उसका नाम? इस पर जनता ने कहा- इमरती देवी। कमलनाथ फिर बोले मैं उसका क्या नाम लूं। आप तो उसे मुझसे ज्यादा पहचानते हैं। क्या आइटम है।
भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुईं इमरती देवी खुद डबरा से भाजपा की प्रत्याशी हैं। कमलनाथ की टिप्पणी के बाद वह फूट-फूटकर रोईं थी। हालांकि, उन्होंने भी कमलनाथ के खिलाफ गलत बयानबाजी कर दी थी। उन्होंने कहा था- मुख्यमंत्री पद जाने के बाद कमलनाथ पागल हो गए हैं।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ द्वारा इमरती देवी पर उनके आपत्तिजनक बयान के स्पष्टीकरण से नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा कि हमने कमलनाथ को नोटिस भेजा है और चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उनके खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।