दिग्विजय ने फिर निकाला पुलवामा अटैक का जिन्न, CM शिवराज बोले- इनकी बुद्धि फेल हो गई


इससे पहले भी 23 जनवरी को कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा अटैक पर बयान देकर देश की सियासत में उबाल लाने की कोशिश की थी।


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भोपाल। पुलवामा हमले की बरसी पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के एक ट्वीट ने एक बार फिर से पुलवामा अटैक का जिन्न बाहर ला दिया है।

दिग्विजय ने अपने ट्वीट में लिखा है कि आज हम उन 40 शहीद CRPF जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं, जो पुलवामा में भारी इंटेलिजेंस चूक के कारण शहीद हो गए। मुझे उम्मीद है कि सभी शहीदों के परिवारों का अच्छे से पुनर्वास किया गया है।

दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के अन्य नेताओं ने उन पर हमला बोल दिया है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के स्मार्ट पार्क में मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि मुझे लगता है कि दिग्विजय जी की बुद्धि फेल हो गई है। ये उसका फेलियर है। वे देश की सेना का अपमान करते हैं। वे पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं। सेना का मनोबल गिराने की कोशिश करते हैं। अब जांच तो दिग्विजय सिंह की होनी चाहिए। देश और सेना के खिलाफ बोलने का बीज उनके दिमाग में डालता कौन है? कांग्रेस पार्टी के डीएनए की जांच होनी चाहिए, जो भारत जोड़ने के नाम पर भारत तोड़ने वालों के साथ पदयात्रा में घूमते हैं। ये अजूबा है, एक पार्टी का नेता लगातार सेना की बहादुरी, राष्ट्रभक्ति पर सवाल उठा रहा है, पाकिस्तान की भाषा बोल रहा है। सोनिया और राहुल गांधी को भी इसका जवाब देना चाहिए।

दूसरी तरफ, दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर मप्र के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह श्रद्धांजलि में भी तंज कस रहे हैं। ट्वीट देखकर ऐसा लग रहा है जैसे आईएसआई से किसी ने ट्वीट किया हो। भारत माता की प्राण पण से सेवा कर अपने प्राणों का बलिदान देने वालों पर तंज कसने से आप नहीं चूकते। मुझे लगता है कि कांग्रेस की आदत ही हो गई है सेना के ऊपर इस तरह के बयान देना और उनके मनोबल को तोड़ना।

वहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा ने दिग्विजय की बात का समर्थन करते हुए ट्वीट किया है कि पुलवामा के शहीदों को उनके बलिदान-दिवस पर सादर नमन। संसद, अक्षरधाम, कश्मीर, विधानसभा सहित आधा दर्जन आतंकी हमले कब हुए? पुलवामा हमले में डीएसपी देवेंद्र सिंह की भूमिका, मध्यप्रदेश में भाजपा नेता ध्रुव सक्सेना की आईएसआई जासूसी को लेकर गिरफ्तारी पर प्रश्न पूछना क्या देशद्रोह या सेना का अपमान है?

बता दें कि इससे पहले भी 23 जनवरी को कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा अटैक पर बयान देकर देश की सियासत में उबाल लाने की कोशिश की थी।

जम्मू में उन्होंने कहा था कि सरकार ने अब तक सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत नहीं दिया। केंद्र सरकार सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बात करती है कि हमने इतने लोग मार गिराए हैं, लेकिन सबूत कुछ नहीं है। दिग्विजय ने 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर भी प्रधानमंत्री को घेरा था।

बता दें कि 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।


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