धार। शुक्रवार को नाम वापसी के अंतिम दिन जिला पंचायत के 28 वार्डों में चुनाव लड़ने के लिए नामांकन दाखिल करने वाले 268 उम्मीदवारों में करीब 100 लोगों ने अपने नाम वापस ले लिए हैं।
अंतिम दिन निर्वाचन कार्यालय में गहमा-गहमी रही। सुबह से ही मनुहार करके लाए गए लोगों के स्थानीय नेताओं ने अपनी मौजूदगी में नाम वापस करवाए। कांग्रेस-भाजपा से अनेकों नेता सुबह से ही सक्रिय रहे।
नाम वापसी के बाद अब मैदान में दोनों दलों के अधिकृत प्रत्याशियों के अलावा करीब 168 लोग मैदान में बचे हैं। 14 दिन बाद 25 जून को निसरपुर, कुक्षी, डही, बाग, बदनावर के वार्डों में पहले चरण का मतदान होगा। अब उम्मीदवारों के पास प्रचार के लिए 13 दिन बचे हैं।
फ्री फॉर ऑल से भाजपा को हुआ फायदा –
जिला पंचायत के 28 वार्डों में नाम वापसी के बाद अब चुनावी परिदृश्य लगभग स्पष्ट हो रहा है। इस मर्तबा दोनों दलों ने उम्मीदवार चयन में दूरदर्शिता और समन्वय के साथ निर्णय लिए हैं। ऐसी स्थिति में सभी वार्डों में मुकाबला रोचक हो गया है।
भाजपा वार्ड 14 और कांग्रेस वार्ड 19 में उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है। दोनों दलों से 27 वार्डों में अधिकृत प्रत्याशी घोषित किए गए हैं। भाजपा ने तो वार्ड क्रमांक 14 को फ्री फॉर ऑल घोषित कर दिया। इस वार्ड से अधिकृत प्रत्याशी की घोषणा नहीं हुई।
हालांकि फ्री फॉर ऑल का परिणाम यह रहा कि कई कद्दावर भाजपा नेताओं ने अपने नामांकन फार्म वापस ले लिए। उल्लेखनीय है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पार्टी सीधे चुनाव नहीं लड़ती है और अपनी और से समर्थित प्रत्याशी खड़ा करती है।
इसके कारण इस खुले चुनावी मंच में अधिकांश लोग किस्मत आजमाने के लिए मैदान में उतरते हैं। दावेदार अधिक होने पर पार्टी समझाइश देकर कमजोर उम्मीदवारों के फार्म उठवाती है।
इस मर्तबा वार्ड क्रमांक 14 में ऐसा नहीं हुआ। फ्री फॉर ऑल में वोट कटने और बंटने के डर से कई नेताओं ने अपने नामांकन फार्म वापस ले लिए। इस वार्ड से नामांकन फार्म वापस लेने वालों में भाजपा मंडल अध्यक्ष बद्री पटेल, पूर्व जिपं उपाध्यक्ष कल्याणसिंह पटेल, विष्णु चौधरी का नाम प्रमुख है।
यहां से हिन्दू संगठन से जुड़े निर्भय सिंह पटेल को अधिकृत करने की संभावना है। गौरतलब है कि इस वार्ड से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनोज सिंह गौतम कांग्रेस से अधिकृत उम्मीदवार हैं।
फार्म भी उठवाए, फोटो भी खिंचवाए –
शुक्रवार को नामांकन फार्म वापसी के दौरान घोषित अधिकृत प्रत्याशी व नेता निर्वाचन कार्यालय में घूमते नजर आए। उनके वार्ड से पार्टी से जुड़े दूसरे नेताओं द्वारा नामांकन फार्म वापसी के बाद अधिकृत प्रत्याशियों ने उनके साथ फोटो भी खिंचवाए।
दरअसल कई मामलों में दावेदारों ने पार्टी के प्रभाव और स्थानीय नेताओं की समझाइश पर फार्म उठाए हैं। ऐसी स्थिति में नामांकन फार्म उठाने वाले लोगों के साथ अधिकृत उम्मीदवारों ने फोटो लेकर भविष्य में प्रचार की रणनीति तय कर ली है।
नाम वापसी के बाद अब मैदान में डटे उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न का आवंटन किया जाएगा। इस मर्तबा मत पत्र में नोटा का ऑप्शन भी रहेगा।
वार्ड 4 में भाजपा की परेशानी कम हुई –
बदनावर क्षेत्र जिला पंचायत वार्ड क्रमांक 4 में शुक्रवार को अधिकृत प्रत्याशी विक्रम पटेल के समक्ष मैदान में डटे ईश्वर कटारा सहित अन्य भाजपाइयों के फार्म उठाने से प्रत्याशी को बड़ी राहत मिल गई है।
उल्लेखनीय है कि इस सीट से कांग्रेस ने कद्दावर पाटीदार नेता स्वर्गीय कैलाशचंद्र पाटीदार के बेटे दिलीप पाटीदार को अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया है।
इधर कांग्रेस से भाजपा में आए विक्रम पटेल का क्षेत्र में भाजपा के लोगों ने ही विरोध कर दिया था। इसको लेकर एक बड़ी बैठक भी हो चुकी थी।
इस मामले में अब सब कुछ ठीक हो गया है। विरोध करने वाले नेताओं ने ही रण छोड़ दिया है। इस क्षेत्र में दोनों प्रत्याशियों में कांटे का मुकाबला है।
तिरला के दोनों वार्डों में होगा वोट विभाजन –
तिरला क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 11 और 12 में कांग्रेस के बनिस्बत भाजपा को वोट विभाजन का खतरा रहेगा। दरअसल इन दोनों वार्डों में भाजपा के वैचारिक समर्थक लोग निर्दलीय मैदान में डटे हुए हैं।
वार्ड क्रमांक 11 में हरिराम पटेल सहित कई लोग है जिन्होंने नामांकन वापस नहीं लिए हैं। इस वार्ड से भाजपा ने विजेन्द्र फूलचंद को अधिकृत प्रत्याशी बनाया है।
वहीं वार्ड क्रमांक 12 में एक बार फिर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मालती मोहन पटेल बतौर सदस्य चुनाव लड़ रही हैं। यहां से कांग्रेस ने केकड़ी बाई शैतान भाभर को उम्मीदवार बनाया है। यहां पर कई लोग निर्दलीय मैदान में हैं।