दमोह उपचुनावः मतदान के दिन नहीं पहने जाएंगे जूते-चप्पल, दिलचस्प प्रत्याशी की दिलचस्प मांग


वोट हाथ में चप्पल लेकर मांगते हैं लेकिन चाहते हैं मतदाता के लिए केंद्र पर रेड कार्पेट बिछाया जाए, कहा मांग नहीं मानी तो ख़तरे में पड़ सकता चुनाव…



दमोह। उपचुनाव तय होने के बाद से ही शहर की राजनीति लगातार रोचक होती रही है। कांग्रेस छोड़ने वाले भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी को भाजपा से टिकिट और अब उनके नेताओं का साथ तो मिल गया लेकिन उनके अपने ही भाई उनके ख़िलाफ़ ख़ड़े हो गए हैं।

राहुल सिंह के चचेरे भाई वैभव सिंह लोधी को चुनाव चिन्ह के रुप में चप्पल मिली है। हालांकि उन्होंने जूता चिन्ह की मांग की थी लेकिन वह एक अन्य प्रत्याशी ने भी मांगा था। ऐसे में फैसला लॉटरी से हुआ और वैभव सिंह के हक़ में चप्पल आई।

अब वैभव सिंह ने रिटर्निंग अफ़सर से अपने और अपने साथी प्रत्याशी के चुनाव चिन्ह को लेकर कई बड़ी मांगें की हैं। उन्होंने मांग की है कि क्योंकि चुनाव में दो प्रत्याशियों का चुनाव चिन्ह जूता और चप्पल हैं ऐसे में मतदान केंद्र में कोई भी जूता या चप्पल पहनकर न आए और सौ मीटर की परिधी में कोई भी जूता-चप्पल न पहनें। वैभव सिंह ने यही मांग चुनाव अधिकारियों के लिए भी रखी है।

उन्होंने अपने पत्र के एक बिंदू में लगभग धमकी दी है और कहा है कि चुनाव के परिणामों के बाद जो भी याचिकाएं दायर की जाएंगी उनमें एक प्रमुख आधार यह होगा कि मतदान के समय चुनाव चिन्ह सौ मीटर के दायरे में थे। ज़ाहिर है नियमों के मुताबिक ऐसा नहीं होना चाहिए लेकिन वैभव सिंह ने अपनी मांग को ठोस आधार देने के लिए इस नियम का सहारा लिया है।

वैभव सिंह ने कहा है कि उनकी यह दलील नियमों के अनुरूप है ऐसे में इसका पालन नहीं होने पर चुनाव निरस्त हो सकते हैं जिससे दमोह शहर और आम लोगों का नुकसान होगा।

उन्होंने मतदाताओं के लिए एक और दिलचस्प अपील की है। जिसमें उन्होंने मतदाताओं का ख्याल रखते हुए कहा है कि वोटिंग के दिन 17 अप्रैल को काफी गर्मी होगी ऐसे में मतदाता को परेशानी होगी लिहाज़ा उनके लिए मतदान परिसर में रेड कार्पेट बिछाया जाए और धूप से बचाने के लिए छांव की व्यवस्था की जाए।

वैभव सिंह का चुनाव लड़ना, चप्पलें हाथ में लेकर प्रचार करना और इस तरह की मांग रिटर्निंग अफसर से करना भले ही हास्यास्पद हो लेकिन वे लोधी समाज के एक पढ़े लिखे युवा हैं।  राहुल सिंह को चुनाव चिन्ह के रुप में चप्पल का निशान आवंटित हुआ है और वे हाथों में चप्पल लेकर वोट मांग रहे हैं लेकिन वैभव सिंह के मुताबिक उनकी यह चप्पलें वोटरों के लिए नहीं हैं बल्कि धोख़ेबाज़ों के लिये हैं। अपने चचेरे भाई और भाजपा प्रत्याशी   राहुल सिंह के प्रति उनमें फिलहाल काफ़ी नाराज़गी नज़र आती है और उनके मुताबिक इसका असर वे चुनाव परिणामों में भी महसूस करवाएंगे। लोधी समाज की अपेक्षा को लेकर वैभव सिंह समाज से आने वाले तमाम नेताओं को दोषी ठहराते हैं।

 


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