दमोह। उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपना डैमेज कंट्रोल पूरी तरह कर लिया है। पूर्व मंत्री जयंत मलैया जो अब तक रुठे हुए बताए जा रहे थे अब उन्हें मना लिया गया है।
उनके बेटे ने कल ही सार्वजनिक रुप से कहा है कि वे अपनी उम्मीदवारी वापस ले रहे हैं। वहीं अब जयंत मलैया भी कह रहे हैं कि वे अब केवल पार्टी के लिए काम करेंगे।
राहुल सिंह लोधी को टिकट दिये जाने के बाद से ही नाराज़ बताए जा रहे मलैया भाजपा के कार्यालय में नहीं आ रहे थे, लेकिन शुक्रवार को वे पार्टी कार्यालय में पहुंचे और उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया।
उन्होंने कहा कि वे 41 साल से भाजपा के कार्यकर्ता हैं लेकिन इस दौरान उन्हें कभी नहीं याद कि उनके परिवार ने पार्टी के किसी भी निर्णय का विरोध किया हो।
मलैया ने कहा कि पार्टी ने राहुल सिंह लोधी को प्रत्याशी बनाया है इसलिए अब उनके लिए काम करना होगा। मलैया ने कार्यकर्ताओं से कहा कि आप लोग जाकर जन संपर्क करें और ध्यान रखें भारतीय जनता पार्टी और कमल के फूल को।
उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि हो सकता है कि कई तरह की गलतफ़हमियां कार्यकर्ताओं के बीच आएं लेकिन इन सबसे आगे उन्हें केवल पार्टी के हित के बारे में सोचना है।
मलैया ने कहा कि 30 मार्च को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा दमोह आ रहे हैं। उसी दिन राहुल सिंह का नामांकन पत्र भी दाखिल कराया जाएगा।
मलैया ने कार्यकर्ताओं से कहा कि सभी लोग अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर रैली को सफल बनाएं। इस दौरान मंत्री गोपाल भार्गव सहित कई विधायक और भाजपा जिलाध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी सहित कई कार्यकर्ता भाजपा कार्यालय में मौजूद रहे।