भोपाल। दमोह उपचुनाव की हार के बाद भारतीय जनता पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं है। हारे हुए प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी ने जयंत मलैया और उनके परिवार पर हरवाने के लिए षडयंत्र रचने का आरोप लगाया है। वहीं अब जयंत मलैया ने इस पर पलटवार भी किया है। इसके बाद अब बड़े नेताओं ने भी भीतरघात की बात को खुलकर स्वीकारा है। इसके बाद अब कार्रवाई की अटकलें लगाई जा रही हैं। संभव है जयंत मलैया और उनके कुछ सर्मथक भाजपा पदाधिकारियों पर आने वाले दिनों में भाजपा द्वारा कार्रवाई की भी जाए।
दमोह की स्थानीय राजनीति में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल और जयंत मलैया के बीच कुछ खास अच्छी दोस्ती नहीं कही जा सकती। पटेल के आने के बाद से ही दमोह की राजनीति पर मलैया परिवार की पकड़ ढ़ीली होती चली गई और वे चुनाव तक हार गए। अब जब राहुल सिंह हारे हैं तो मलैया पर भी वार हो रहे हैं। राहुल की ओर से तो यह वार खुलकर हो रहे हैं लेकिन बड़े नेता इशारों में बता रहे हैं।
पार्टी में अंदरूनी कलह अब जगजाहिर हो रही है। बताया जाता है कि मंत्री प्रह्लाद पटेल ने पार्टी के शीर्ष नेताओं को जयंत मलैया के खिलाफ शिकायत भी की थी। इसकी तस्दीक उनका यह लहजा कर भी रहा है।
दमोह चुनाव परिणाम ने भविष्य की चुनौतियों,षड्यंत्रों औरकार्यप्रणाली में सुधार के स्पष्ट संकेत दिए हैं।हम सभी कार्यकर्ता अपनी परिश्रम की मूलसामर्थ्य और विद्वेषरहित कार्यप्रणाली से इनका समाधान खोजेंगे।भारतीय जनता पार्टी को मतदान और सहयोग करने वाले सभी दमोहवासियों का धन्यवाद @BJP4MP
— Prahlad Singh Patel (@prahladspatel) May 3, 2021
ऐसा ही कुछ लहजा मंत्री नरोत्तम मिश्रा का भी है। वे कह रहे हैं कि उनके ही जयचंद पार्टी को हराने में भूमिका निभाई है। मिश्रा ने कांग्रेस से कहा है कि ज्यादा खुशी न मनाए कांग्रेस थोड़ी प्रतीक्षा करे।
‘दमोह नहीं हारे हैं हम,छले गए छलछन्दों से।
इस बार लड़ाई हारे हैं हम,अपने घर के जयचंदों से।#Damoh की जीत पर @INCMP ज्यादा ख़ुशी नहीं मनाए। @OfficeOfKNath जी को पूरे देश में कांग्रेस का जो सफाया हुआ है, उस पर भी चिंतन करना चाहिए। pic.twitter.com/B1HKQleLTR— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) May 3, 2021
ऐसे में अब कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में दमोह की राजनीति में कुछ परिवर्तन होंगे। ऐस में कुछ नेताओं पर कार्रवाई भी तय मानी जा रही है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ने चुनावों के दौरान ही पार्टी की खिलाफत करने वालों को कार्रवाई का इशारा कर दिया था।