कांग्रेस विधायक ने सीएम शिवराज से फसल मुआवजे को लेकर शिकायत की तो कलेक्टर ने किया माइक बंद


कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने दी चेतावनी, कहा ऐसे अफसरों को ठीक करेंगे


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राजनीति Updated On :
सीएम की वीसी के दौरान कलेक्टर दीपक आर्य, विधायक तरवर सिंह लोधी और अन्य


भोपाल। ओलावृष्टि में चलते प्रदेश में फसलों का खासा नुकसान हुआ है। इसे लेकर सरकार खुद को लगातार सक्रिय बता रही है और सर्वे और मुआवजा देने का दावा कर रही है लेकिन सरकार अपनी आलोचना सुनना नहीं चाहती। अब ये एक राजनीतिक विवाद बनता दिखाई दे रहा है।

सीएम चौहान ने शुक्रवार को 48 हजार किसानों को 160 करोड़ रुपए मुआवजा देने का दावा किया था। शुक्रवार को सीएम शिवराज जिलों में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से बात कर रहे थे।  इस दौरान उन्होंने सागर जिले के अधिकारियों से भी बात की। यहां कांग्रेस विधायक तरवर सिंह लोधी ने अपने इलाके में सर्वे को लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों की शिकायत की। इस पर जब तक वे अपनी बात पूरी तरह से कह पाते कलेक्टर ने उनका माइक बंद कर दिया गया। इस बात पर कांग्रेस ने अपनी आपत्ति जताई है और मुख्यमंत्री पर तंज़ कसा है कि इसी तरह जब आलोचना होती है तो सरकार माइक बंद कर देती है।

विधायक तरवर सिंह लोधी ने भी इस व्यवहार पर हैरानी जताई है। उन्होंने अपना वीडियो जारी कह कहा  ‘शुक्रवार को सिंगल क्लिक के माध्यम से मुख्यमंत्री ने ओलाप्रभावित किसानों के खातों में पैसे डाले हैं। लेकिन बंडा और देवरी विधानसभा को छोड़ दिया है। क्योंकि दोनों विधानसभाओं में कांग्रेस के विधायक हैं। हमारे यहां शाहगढ़ और बंडा ब्लॉक में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ था। लेकिन हमारे यहां पैसा नहीं डाला गया। जहां कांग्रेस के विधायक हैं वहां भाजपा की सरकार के द्वारा लगातार सौतेला भेदभाव किया जा रहा है। किसानों को भी भाजपा सरकार ने पार्टियों में विभाजित कर दिया। जहां पर कांग्रेस के विधायक हैं वहां पर किसानों को भी कांग्रेस का बना दिया है। कल जब वीसी में मैंने अपने क्षेत्र के किसानों जहां ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है उनकी मांग रखी कि उनके खातों में पैसे डाले जाएं तो मुझे बात नहीं करने दी गई।’

कांग्रेस इसे लेकर सरकार से नाराज़ भी है और उस पर तीख़े तंज़ भी कर रही है। विधायक कुणाल चौधरी ने इसे लेकर शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कुणाल चौधरी ने कहा, ‘संसद में हमारे नेता राहुल गांधी बोलते हैं तो माइक बंद कर दिया जाता है। विधानसभा में किसानों की बात करने पर जीतू पटवारी को निलंबित कर दिया जाता है। और मुख्यमंत्री की वीसी में बंडा के विधायक जब अपने क्षेत्र के किसानों की परेशानी बता रहे थे तो कलेक्टर ने माइक बंद कर दिया।

चौधरी ने आगे कहा कि कलेक्टर की इतनी औकात हो गई! जो एक नौकरशाह हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की गुलामी की मानसिकता के कलेक्टरों को ठीक करने का काम कांग्रेस पार्टी करेगी। किसान की बात एक विधायक मनोज चावला रतलाम में करते हैं तो उसे जेल भेज दिया जाता है। मुख्यमंत्री की वीसी में विधायक को बुलाया। हम तो इसी लिए नहीं जुड़ेते क्योंकि यहां वो किसान के हक की बात नहीं करने देते।


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