कारम डैम प्रभावित किसानों-ग्रामीणों को राहत दिलाने के लिए पैदल मार्च पर निकले कांग्रेस नेता


कारम डैम से भोपाल के राजभवन तक पांचीलाल मेड़ा पैदल मार्च करते हुए भोपाल आएंगे, जिसमें उनके साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया, पूर्व मंत्री सचिन यादव व अन्य कांग्रेसी नेता शामिल हुए।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :
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धार। धार जिले के कारम डैम में हुए घोटाले और इसके फूटने से प्रभावित हुए आदिवासी किसानों व ग्रामीणों की मांगों को लेकर कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा ने बुधवार को आदिवासी न्याय पदयात्रा शुरू की है।

कारम डैम से भोपाल के राजभवन तक पांचीलाल मेड़ा पैदल मार्च करते हुए भोपाल आएंगे, जिसमें उनके साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया, पूर्व मंत्री सचिन यादव व अन्य कांग्रेसी नेता शामिल हुए।

इस दौरान पूर्व मंत्री सचिन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में भय और भ्रष्टाचार का माहौल है। आदिवासी, दलित समाज के लोगों के साथ अत्याचार हो रहा है। आदिवासी वर्ग को न्याय दिलाने के लिए कारम डैम से पदयात्रा शुरू कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कारम डैम में जो भ्रष्टाचार किया, उसे सरकार ने दबाकर प्रभावित आदिवासी परिवारों के साथ अन्याय किया। विधानसभा के बाहर पांचीलाल के साथ दुर्व्यवहार हुआ। इन सभी मुद्दों पर राज्यपाल को ज्ञापन देकर अपनी आवाज उठाएंगे।

इस पदयात्रा को लेकर मंगलवार को धार में जिला कांग्रेस द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी जिसमें बताया गया था कि पांचीलाल मेड़ा द्वारा पदयात्रा की शुरुआत भारूडपुरा स्थित कारम डैम से होगी, जो मध्यप्रदेश के राजभवन तक निकलेगी।

21 सितंबर की सुबह साढ़े आठ बजे से शुरू हो रहे इस पैदल मार्च का समापन 29 सितंबर को भोपाल स्थित राजभवन में होगा। इसमें कांग्रेस नेता पैदल यात्रा निकलेंगे और पीड़ित किसान, ग्रामीण और कांग्रेस नेता भी इसमें शामिल होंगे।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश कांग्रेस आरोप समिति के उपाध्यक्ष पारस सकलेचा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालमुकुंद सिंह गौतम, धरमपुरी विधायक पांचीलाल मेड़ा व सरदारपुर विधायक प्रताप ग्रेवाल ने संबोधित किया।

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बता दें कि पानी का रिसाव बढ़ने से डैम की मिट्टी बह गई थी और डैम फूटने के बाद गांवों में नुकसान देखने को मिला था। इस डैम में रिसाव शुरू होने के बाद धार व खरगोन जिले के 18 गांवों के 14 हजार लोगों की जिदंगी पर पुर्नवास का संकट खड़ा हो गया था।

हालांकि राहत की बात यह रही कि किसी तरह की जनहानि नहीं हुई, लेकिन जब डैम फूटने के बाद पानी गांवों से उतरा तो काफी लोगों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा। इसके बाद से जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई को लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेरने का प्रयास कर रहा है।

निलंबित होने वाले अधिकारी –

कारम डैम की जांच रिपोर्ट के आधार पर सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता सीएस घटोले, अधीक्षण यंत्री पी जोशी, धार कार्यपालन यंत्री बीएल नीनामा, एसडीओ वकार अहमद सिद्दकी, उपयंत्री विजय कुमार जत्थाप, अशोक कुमार, दशाबंता सिसोदिया, आरके श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया था।



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