इंदौर। कोरोना के दौरान मंत्री उषा ठाकुर ने कई ऐसे बयान दिये हैं जो विज्ञान को सीधे चुनौती देते रहे हैं। उनका मास्क न पहनना, यज्ञ से बीमारी को खत्म करने जैसे बयान तो सुर्खियों में रहते ही हैं। ऐसे में कांग्रेस ने मंत्री ठाकुर पर कोरोना को लेकर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए मंत्री के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग रखी है।
कांग्रेस ने इस पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का भी ज़िक्र किया। कांग्रेसियों ने कहा कि गृहमंत्री को वे याद दिला रहे हैं कि उन्होंने कहा था कि कोई कितना रसूखदार हो लेकिन कोरोना पर भ्रम फैलाता है तो उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
मंत्री उषा ठाकुर ने पिछले दिनों बयान दिया था कि नकली इंजेक्शन लगने के बाद भी मरीजों की जान बच रही है। ऐसे में यह सोचने में आ रहा है कि कहीं असली इंजेक्शन के हाई डोज के कारण तो मरीजों की मौत नहीं हो रही।
ठाकुर के इस बयान को कांग्रेस ने मुद्दा बना लिया है। कांग्रेस के प्रदेश सचिव ने कहा कि प्रदेश सरकार में मंत्री ही नकली इंजेक्शन बनाने वालों का समर्थन कर रही है। कांग्रेस ने मंत्री पर प्रकरण दर्ज करने की मांग भी रखी है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा कि बीते दिनों प्रदेश सरकार ने कांग्रेस के विधायक शशांक भार्गव के खिलाफ एक वीडियो पोस्ट करने पर प्रकरण दर्ज कर लिया था।
इस दौरान गृहमंत्री ने कहा था कि कोरोना को लेकर जो भ्रम फैलाएगा उस पर प्रकरण दर्ज होगा भले ही व कितना भी रसूखदार क्यों न हो।
मंत्री उषा ठाकुर बीते दिनों से महामारी पर लगातार भ्रम फैला रही है और ताज़ा बयान तो बेहद आपत्तिजनक है जिसमें वह उपचार की गाइडलाइन से लेकर असली इंजेक्शन को लेकर भी भ्रम फैलाकर नकली इंजेक्शनों की तारीफ कर रही है।
सलूजा ने कहा कि ऐसे में मंत्री का बयान सीधे तौर पर लोगों की जान संकट में डालकर माफियाओं को सरंक्षण देने वाला है। ऐसे में मंत्री के खिलाफ भी सरकार को प्रकरण दर्ज करना चाहिए।