खंडवा। ज्योतिरादित्य सिंधिया की सभा में हार्टअटैक से हुई किसान की मौत के मामले में अब आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। मांधाता विधानसभा में आचार संहिता उल्लंघन का यह पहला मामला है।
बीते 19 अक्टूबर को मूंदी में आयोजित सभा में उटावद गांव के रहने वाले एक सत्तर वर्षीय एक किसान जीवनसिंह भिलाला की सभा पंडाल में भी मौत हो गई थी। जिसके बाद कांग्रेसी नेताओं ने किसान के परिवार को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी थी।
किसान की मौत पर भाजपा नेताओं विशेषकर सिंधिया की खासी आलोचना हुई। इसके बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने संवेदना व्यक्त करते हुए किसान के परिजनों को एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता घर पहुंच कर दी थी।
यह राशि कांग्रेस के बडवाह विधायक सचिन बिरला, मांधाता चुनाव प्रभारी रघु परमार और सत्यनारायण पटेल द्वारा मृतक किसान के बेटे के सुपुर्द की गई थी। किसान की मौत के बाद इस मामले पर सियासत गरमाई।
इसे लेकर भाजपा की ओर से निर्वाचन आयोग में शिकायत तो दर्ज नहीं करवाई गई लेकिन अखबारों और मीडिया में इसकी जानकारी आने के बाद निर्वाचन आयोग ने इस पर स्वतः ज्ञान लिया।
आयोग के निर्देश पर मामले की जांच की गई। जिसके बाद चुनाव के दौरान आर्थिक मामलों पर नजर रखने के लिए गठित एफएसटी की शिकायत पर मूंदी थाने में पुलिस ने आर्थिक सहायता देने वाले तीनों कांग्रेसी नेताओं पर प्रकरण दर्ज किया है।
मूंदी थाना प्रभारी अंतिम पवार ने बताया कि
धारा 188 के तहत विधायक सचिन बिरला, रघु परमार और सत्यनारायण पटेल के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।