कमलनाथ की बीस सेकेंड की वीडियो क्लिप पर आक्रामक भाजपा


वीडियो में कमलनाथ कार्यकर्ताओं से आग लगा दो कहते हुए नज़र आ रहे हैं।


DeshGaon
राजनीति Updated On :
फाइल फोटो
कमलनाथ


भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का एक वीडियो इन दिनों काफी वायरल हो रहा है। बीस सेकेंड का यह वीडियो भाजपा के द्वारा जारी किया गया है और इसके बाद से ही कांग्रेसी विवादों में आ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी इस वीडियो को लेकर खासी आक्रामक नज़र आ रही है।

भाजपा के नेताओं का कहना है कि कमलनाथ किसानों को “न्याय प्राप्त करने” के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आगजनी करने के लिए उकसा रहे हैं। दरअसल इस वीडियो में कमलनाथ किसान आंदोलन को लेकर बात कर रहे हैं। इस दौरान वे कार्यकर्ताओं से आग लगा दो कहते हुए नज़र आ रहे हैं।

वीडियो कमलनाथ की एक वर्चुअल मीटिंग का है। जिसमें वे पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं। इसे लकेर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने वीडियो पर पूर्व मुख्यमंत्री की निंदा करते हुए कहा, “मैं एमपी के राज्यपाल से मांग करता हूं कि इस तरह के बयानों के माध्यम से समाज में भय फैलाने के लिए आईपीसी की धारा 188 के तहत कमलनाथ के खिलाफ मामला दर्ज करने की अनुमति दी जाए।

उन्होंने कहा कि भारतीय कोरोना वैरिएंट वाली टिप्पणी के माध्यम से भारत की छवि खराब करने के लिए उन पर देशद्रोह का भी मामला दर्ज किया जाना चाहिए।”

कमलनाथ इसके बाद शनिवार को उज्जैन पहुंचे और उन्होंने इस विवाद और गृह मंत्री की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा नेता उस छोटी सी वीडियो क्लिप को क्यों ट्वीट कर रहे हैं? उसके पहले और बाद में मैंने जो कहा था, उसे क्यों नहीं दिखा रहे हैं? उन्हें वह करने दें जो वे चाहते हैं, जिसमें मामला दर्ज करना भी शामिल है।”

दरअसल कमलनाथ सरकार के उपर लगातार कई आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने सरकार पर कोरोना संक्रमण से हुई मौतों का आंकड़ा छिपाने का आरोप भी लगाया।

उन्होंने कहा, “मार्च और अप्रैल के दौरान राज्य में लगभग 1.27 लाख शव श्मशान घाटों और कब्रिस्तानों में पहुंचे हैं और मेरा अनुमान है कि उनमें से 80 प्रतिशत मौतें कोविड के कारण हुईं हैं, मेरी मांग है कि मध्य प्रदेश सरकार उन शवों के आंकड़े सार्वजनिक करे जो मार्च-अप्रैल 2021 में राज्य भर में श्मशान घाट और कब्रिस्तान पहुंचे हैं।”

कमलनाथ ने कहा, “मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन सभी परिवारों के लिए 1 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है, जिन्होंने कोविड के लिए अपने सदस्यों को खो दिया है।

मेरी मांग है कि प्रत्येक परिवार, जो कोविड के कारण मरने वाले अपने परिवार के सदस्यों के बारे में एक हलफनामा प्रस्तुत करता है, उसे 5 लाख रुपये मुआवजे का भुगतान किया जाए।”

 


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