भोपाल। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं। शनिवार को उनके कई बयान सोशल मीडिया पर गोते लगाते रहे। जिन पर कई लोगों ने अचरज भी जताया। कांग्रेसी नेता जहां इस पर लगातार चुटकी ले रहे हैं तो वहीं भारतीय जनता पार्टी इसे लेकर पूरी तरह चुप है।
साध्वी प्रज्ञा ने सीहोर में एक जनसंपर्क कार्यक्रम में हिस्सा ले रहीं थी। यहां उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर कहा कि राष्ट्रहित में क्षत्रियों को अधिक संख्या में बच्चे पैदा करना चाहिए। उनका तर्क था कि क्षत्रिय कुल खत्म हो जाएगा तो राष्ट्र की रक्षा कौन करेगा?
देश की रक्षा के लिए संतान पैदा कीजिए…
उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए संतान पैदा कीजिए और उन्हें सैनिक बनाइए। जनसंख्या नियंत्रण का यह कानून तो उन लाेगाें पर लागू होना चाहिए जाे देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहते हैं।
भोपाल सांसद बन चुकीं साध्वी ने यहां एक और तर्क देकर वर्ण व्यवस्था को समझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि
हमारे धर्म शास्त्रों में चार वर्ण तय किए गए है। क्षत्रिय को क्षत्रिय कह दो, बुरा नही लगता।.ब्राह्मण को ब्राह्मण कह दो तो बुरा नही लगता। वैश्य को वैश्य कह दो तो भी बुरा नही लगता लेकिन शुद्र को शुद्र कह दो तो बुरा लग जाता है। कारण क्या है? यह उनकी ना समझी है।
ये कैसे बयान हैं? क्षत्रिय को क्षत्रिय कह दो बुरा नहीं लगता, शूद्र को शूद्र कह दो बुरा लगता है? क्या ये. जातिवाद नहीं @narendramodi @jpdhanopiaINC @OfficeOfKNath @ndtvindia @ndtv @vinodkapri @anandrai177 @TCGEHLOT ये है जातिगत अवधारणा की समझ? @AunindyoC @manishndtv pic.twitter.com/Vt8I950Pmg
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) December 12, 2020
ममता पागल हो गईं हैं…
यहां ठाकुर ने मीडिया से चर्चा के दौरान पश्चिम बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर हुए हमले को लेकर कहा कि वह पागल हो गई हैं। ममता बनर्जी तिलमिला गई हैं, उनको समझ आ गया है कि बंगाल में हिन्दू शासन आएगा। बंगाल अखंड भारत का हिस्सा है। वे इसे अलग करने का प्रयास कर रही हैं। लेकिन भाजपा ऐसा नहीं होने देगी।
किसान आंदोलन में किसान नहीं…
वहीं किसान आंदोलन को लेकर साध्वी प्रज्ञा बोलीं कि इस आंदोलन में देश विरोधी लोग शामिल हैं। वे किसान नहीं, उनके वेश में वामपंथी और कांग्रेसी हैं। जो आंदोलन में शामिल होकर भ्रम फैला रहे हैं। ऐसे लोगों को जेल भेज देना चाहिए।
किसान आंदोलन को भी भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर वामपंथियों और देशविरोधी ताक़तों का जमावड़ा मान कर इनको जेल में डालने की वकालत कर रहीं हैं @SadhviPragya_MP @pankajjha_ @SanjayBragta @ChouhanShivraj @digvijaya_28 pic.twitter.com/r3oVmpYkmN
— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) December 12, 2020
साध्वी प्रज्ञा पहले ही महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बता चुकी हैं। उस वक़्त उनके इस बयान से भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को शर्मिंदा होना पड़ा था। साध्वी के कई अटपटे बयान इन दिनों भी सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं।