रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नोएडा में रविवार को अपने खिलाफ हुए एफआईआर के बाद चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठा दिया है।
उन्होंने कहा कि आयोग को फिजिकली आ कर बताना चाहिए कि कैसे चुनाव प्रचार होगा। आयोग करके बता दे हम वैसे ही प्रचार करेंगे।
सीएम बघेल ने कहा कि मेरी अपनी सुरक्षा का घेरा, उत्तर प्रदेश का पुलिस महकमा और फिर मीडिया के दर्जनों साथी। उस पर गांव की तंग गलियां और लोगों का कांग्रेस के प्रति उत्साह। कुल जमा चार लोग मेरे साथ थे पर भीड़ दिखने लगी और राजनाथ के बेटे के खिलाफ प्रचार करें तो इतना तो होगा।
सीएम बघेल ने सवाल किया कि अगर मुझ पर कार्यवाही की गई तो अमरोहा में भाजपा प्रत्याशी पर कार्यवाही क्यों नहीं की गई। भाजपा के मंत्री पर कार्यवाही क्यों नही की गई। चुनाव आयोग को अपनी भूमिका निष्पक्ष रखनी चाहिए। अभी शुरुआत में ही जब उनकी भूमिका निष्पक्ष नजर नहीं आ रही है तो आगे क्या होगा।
The election commission should give a demo on how to do election campaigning. We will do it exactly like that. BJP has been campaigning door-to-door for 5 days in Amroha, why are there no actions on that? I campaigned only y'day. EC should be fair: Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel pic.twitter.com/Q7c7ySkRyA
— ANI (@ANI) January 17, 2022
बता दें कि छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल पर रविवार को उत्तर प्रदेश के नोएडा में एफआईआर दर्ज की गई है। उन पर नोएडा के चौड़ा रघुनाथपुर गांव में कांग्रेस उम्मीदवार पंखुड़ी पाठक के डोर-टू-डोर कैंपेन में भीड़ जुटाने के लिए आचार संहिता और महामारी अधिनियम उल्लंघन की धाराओं पर केस दर्ज किया गया है।
थाना सेक्टर-113 में दर्ज मुकदमे में भूपेश बघेल और अन्य पर धारा 188, 269, 270 एवं महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
इससे पहले कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा था कि
सीएम भूपेश बघेल चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुरूप पांच व्यक्तियों के साथ घर-घर जाकर जनसंपर्क कर रहे थे और उन्होंने इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया। इसके बावजूद उनके विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराया जाना इस बात को बताता है कि बघेल के यूपी में चुनाव प्रचार से भाजपा घबराई हुई है। इसके पहले उन्हें लखनऊ हवाई अड्डे पर रोक गया था। फिर उन्हें लखीमपुर जाने से रोका गया था। अब नोएडा में झूठी रिपोर्ट दर्ज की गई है।