मोहन यादव सरकार के 9 महीने: वादों की उम्मीदें अधूरी, कांग्रेस ने खोला मोर्चा

मध्य प्रदेश में मोहन यादव सरकार के 9 महीने पूरे होने पर, कांग्रेस ने राज्य सरकार पर कई आरोप लगाए हैं। जीतू पटवारी, कांग्रेस अध्यक्ष, ने भाजपा सरकार के वादों और उनके क्रियान्वयन की कमियों पर सवाल उठाते हुए पत्र लिखा है। उन्होंने मोहन यादव को चुनावी वादों, जैसे किसान सम्मान निधि, रोजगार सृजन, और जनजातीय सशक्तिकरण की गारंटी पर नाकाम रहने का आरोप लगाया है।

मध्य प्रदेश में मोहन यादव की सरकार ने अपने कार्यकाल के नौ महीने पूरे कर लिए हैं, जिस पर कांग्रेस ने जमकर जुबानी हमला बोला है। कांग्रेस ने यादव सरकार के वादों और उनके क्रियान्वयन की कमी को उजागर किया है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मोहन यादव को पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने सरकार से नौ सवाल पूछे और चुनावी मैनिफेस्टो में किए गए वादों को याद दिलाया। पटवारी ने लिखा, “प्रदेश की जनता ने आपके नेतृत्व में बड़े बदलाव की आशा की थी, जो अब तक निराशाजनक साबित हुई है।”

पत्र में पटवारी ने भाजपा द्वारा किए गए कुछ मुख्य वादे गिनाए, जैसे कि किसानों के लिए प्रति क्विंटल गेहूं के लिए ₹2700 और धान के लिए ₹3100 की खरीद दर, ₹12,000 का सालाना किसान सम्मान निधि, और प्रत्येक बेघर को आवास प्रदान करने वाली मुख्यमंत्री जन आवास योजना। इन वादों के अलावा, लखपति दीदी योजना के तहत 15 लाख महिलाओं को समृद्ध बनाने और उज्ज्वला योजना के तहत लाड़ली बहनों को ₹450 में सिलेंडर प्रदान करने जैसे वादे भी शामिल थे।

पटवारी ने यह भी कहा कि सरकार ने जनजातीय समुदाय के सशक्तिकरण के लिए ₹3 लाख करोड़ का पैकेज और तेंदूपत्ता संग्रहण दर को ₹4,000 प्रति बोरा करने का वादा किया था, जो अभी तक पूरे नहीं हुए हैं।

इस पत्र के माध्यम से, कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में मोहन यादव सरकार की नीतियों और वादों के प्रति अपनी चिंताओं को व्यक्त किया है, और जनता से किए गए वादों के पूरा न होने पर सवाल उठाए हैं।

First Published on: September 15, 2024 6:59 PM