कांग्रेस के असली चेहरे को लेकर देश की जनता को भ्रम में डाल दिया गया है। लोग इसी प्रतीक्षा में थे कि नई कांग्रेस का जन्म तो पाँच महीने की ‘भारत जोड़ो यात्रा’…
सरयूसुत मिश्र। कांग्रेस में गैर गांधी अध्यक्ष का पत्ता खुल गया है। करीब 80 साल के मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे। चुनाव अब केवल औपचारिकता रह गया है। खड़गे के…
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना धार्मिक भावनाओं के संरक्षण और सम्मान का सर्वोत्तम उदाहरण है. भारतीय संस्कृति में धर्म तीर्थों की यात्रा की परम्परा पुरातनकाल से चली आ रही है.
खुशहाली का पैमाना, एक समृद्ध एंटीलिया नहीं देश में बसे वे लाखों गांव हैं जो आज भी शिक्षा स्वास्थ्य की मूलभूत सुविधाओं से महरूम हैं।
शामियाने में बैठे हर युवा की एक अलग कहानी है लेकिन बेरोज़गारी इन सभी को जोड़ देती है, बेरोज़गारों का यह अपना एक समाज बन चुका है जो अब अपने अधिकारों के लिए…
‘भारत जोड़ो यात्रा’ की सुखद पूर्णाहुति विभाजन की विभीषिका को दोहराने की कोशिशों को ध्वस्त कर कई नई यात्राओं को जन्म देने वाली है।
परिवार में एक पूजा के बाद प्रसाद स्वरूप भोजन के पैकेट किसी जरूरतमंद को जब देने निकला तो असहाय से दिखने वाले व्यक्ति ने ले तो लिया साथ ही फरमाईश भी कर दी…
हर आदमी का एक समय होता है। राजू श्रीवास्तव का भी समय था। उनका गुजरना उदारीकरण के पहले वाले हँसते-मुस्कुराते, संतुष्ट और सहज भारत में लोकरंजन के संभवतः आखिरी प्रतीक का जाना है।
अपना गजोधर आखिर रुलाकर चला गया, दुनिया को हँसाने वाले गजोधर को इस तरह नहीं जाना चाहिए था। 42 दिन तक हम सबने तुम्हारे वापस आने की प्रतीक्षा की। गजोधर यानि अपना राजू…
सरयूसुत मिश्रा। राहुल गांधी का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बड़ा आरोप है कि विपक्ष को संसद में बोलने नहीं दिया जाता। कांग्रेस जनता के मुद्दे उठाना चाहती है लेकिन सरकार विपक्ष की आवाज…
सूरत में 14 सितंबर, 2022 से दोदिवसीय द्वितीय राजभाषा सम्मेलन प्रारंभ हो रहा है, तो यह जरूरी है कि हम राजभाषा की विकास बाधाओं पर बात जरूर करें। यह भी पहचानें कि राजभाषा…
उत्सवों में आप एक ऐसी धर्मभीरु भीड़ के साथ होते हैं जो अपने आसपास के पर्यावरण से आँखें मूँद कर अपने आराध्य के दर्शन करती है और तमाम समस्याओं से निजात के लिए…
सीएम हेल्पलाइन के साथ ऐसा क्रूर मजाक सिस्टम की तबाही की बानगी है। जनता तो जी लेगी लेकिन ऐसा करने वाले कभी चैन से नहीं रह सकेंगे।
हिन्दुस्तान में ‘मास्टर प्लान’ तो बनते हैं लेकिन उन पर कभी भी ढंग से अमल नहीं होता। बढ़ती आबादी के दबाव को झेलते अधिकांश बड़े और मझोले शहरों में कब, क्या समस्या सर…
समाज राजनीति का निर्माण करता है तो राजनीति समाज का निर्माण करती है। दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। सामाजिक पाप चल रहे हैं तो उन्हें चलने देने के लिए जनता जिम्मेदार मानी…
समाज की देखरेख में जब तक नदियां, जंगल, पहाड़, झरने, तालाब रहे, सब कुछ सुरक्षित रहा। जिस दिन सरकारी कब्जा हुआ और एनजीओ वालों की देखरेख में एक्शन प्लान बनने शुरू हुए।
ऐसा लगता है 100 साल पुरानी कांग्रेस यहां एक बार फिर जिंदा हो रही है। एक और बात यह की यह सब कांग्रेसी वैचारिक तौर पर भी काफी परिपक्व है। ऐसा नहीं कि…
फिसलती हुई जबानों का मजाक बनाना छोड़ दें, क्योकि आने वाले दिनों में ये जबानें ही हालात को बदलने वाली हैं। मूक जब वाचाल होता है तो उसका सामना करना आसान नहीं होता।…
पुस्तक : जो कहूंगा सच कहूंगा - प्रो. संजय द्विवेदी से संवाद संपादक : डॉ. सौरभ मालवीय, लोकेंद्र सिंह मूल्य : 500 रुपये प्रकाशक : यश पब्लिकेशंस, 4754/23, अंसारी रोड़, दरियागंज, नई दिल्ली-110002
मध्यप्रदेश में अब सरकार के खिलाफ आंदोलन की तैयारी हो रही है, किसान संघ के पदाधिकारी सरकार से अपनी नाख़ुशी ज़ाहिर कर चुके हैं और अब लगातार विरोध की तैयारी तेज़ है।