वैलेंटाइन डे की शुभकामनाएं !


अनाड़ी बलम और नादान सजनी क्या यह जानते हैं कि आज यह इज़हार और इकरार करते ही वे दुनिया के सबसे जटिल रिश्ते में दाखिल हो रहे हैं ।


संजय वर्मा
अतिथि विचार Published On :

आज गुलाबों , गुब्बारों , ग्रीटिंग कार्ड्स और गिफ्ट के लेन देन के बीच न जाने कितने अनाड़ी बालम जज्बातों के सैलाब में और कोई कोई सोच समझकर रुकते रुकते भी कह बैठेगा – आई लव यू ! और नादान सजनी सुनेगी- आई विल मैरी यू !

मगर अनाड़ी बलम और नादान सजनी क्या यह जानते हैं कि आज यह इज़हार और इकरार करते ही वे दुनिया के सबसे जटिल रिश्ते में दाखिल हो रहे हैं । उन्होंने अब तक मां-बाप , भाई-बहन , दोस्त मामा चाचा फूफा , जितने भी रिश्ते देखे , निभाए , यह रिश्ता उन सब से अलग होगा । एक ऐसा रिश्ता जो भाई-बहन जैसा बायोलॉजिकल ना होते हुए भी बायोलॉजी से संचालित होगा ।

एक ऐसा रिश्ता जो शुरुआत में दोस्ती जैसा सामाजिक रिश्ता लगे लेकिन जिसकी असली कमान अबूझ रहस्यमयी जैविक आवेगों के हाथ में होगी । वे एक ऐसी दुनिया में होंगे ,जहां स्कूल में पढ़ाया हुआ कोई फार्मूला काम नहीं आएगा । वे जज्बातों की ऐसी भूलभुलैया में होंगे जहां से निकलने का रोड मैप उन्हें किसी ने नहीं सिखाया। वे एक ऐसी जंग में होंगे , जहां उनके सामने एक ऐसा इंसान होगा जिससे वे दुनिया में सबसे ज्यादा प्यार करेंगे और फिर भी उसी पर वार करेंगे !

घात प्रतिघात का यह सिलसिला उनके साथ सारा जीवन रहेगा । लगातार चलने वाले इस जंग और प्यार के रोलर कोस्टर राइड में अक्सर ऐसे पल आएंगे कि लगेगा, अब सब कुछ खत्म हो गया , यहां से लौटा नहीं जा सकता, पर फिर दूसरे ही पल एक छुअन, एक मुस्कान, एक मीठी निगाह , नफरत की आग बुझा देगी और प्रेम की मीठी नदी बहने लगेगी। वे हैरान होंगें , कि कुछ देर पहले की नफरत सच है ,या यह प्यार ?

वे उससे प्यार करेंगे और उसी पर शक करेंगे । वे चाहेंगे कि वह आसमान में बहुत ऊंचा उड़े, नाम कमाए ; और उसी के पर कतरने की कोशिश करेंगे , उस पर काबू पाने की कोशिश करेंगे !

वे उसका प्यार पाने के लिए उसे इग्नोर करेंगे , पर उसका रिजेक्शन बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे । वे चाहेंगे कि लोग उसे चाहें ; मगर जब भी कोई उसके करीब आने की कोशिश करेगा , उनकी नसों में जैसे कोई हल्का ज़हर बहने लगेगा , गुस्से और जलन की आग में सिंकता उनका मन उसे मार डालने की बात तक सोचेगा ।

वे चाहेंगे कि वह उनकी मदद करे ; मगर उसी से अपनी कमजोरियां छिपाएंगे । वे उससे टीम बनाकर खेलने के लिए कहेंगे , मगर मौका मिलते ही उसे ही मात देने के लिए शह देंगे ! वे उसके लिए अपनी जान देने की बात करेंगे मगर किसी कमजोर पल में उसी पर हमला करेंगे ।

एक दिन वे शह और मात के इस खेल से थक जाएंगे ; वे इस गुरिल्ला युद्ध को बंद करना चाहेंगे ; मगर चाहेंगे कि उनका न रहने के बाद भी , वो किसी और का ना हो !

इन सब उलझनों के बावज़ूद उन्हें मुहब्बत करना ही होगी । वरना उन्हें कैसे पता चलेगा नाइन्थ क्लाउड पर बैठना कैसा लगता है । किसी के नाम के ज़िक्र भर से कैसे कोई बर्फ सा पिघल जाता है । गाल कैसे गुलाब हो जाते हैं । पसीना कैसे इत्र बन जाता है । क्यों किसी के लिए पहाड़ तोड़ दिया जाता है ।

क्यूं कानों में अचानक संगीत बजने लगता है । क्यों रास्ते के पत्थर तक सुंदर लगने लगते हैं । क्यों किसी पर दुनिया लुटाने को जी चाहता है ।
मुहब्बत न होगी तो फूल खिलना बंद हो जाएंगे ,गीत नहीं बनेंगे ,कविता नहीं लिखी जाएगी । अविष्कार न होंगे ।

यह वरदान हो या शॉप , वे अभिशप्त हैं , इसे स्वीकारने के लिए ।
मुहब्बत की दुनिया मे तुम्हारा स्वागत है , अनाड़ी बलम – नादान सजनियों ! विश यू बेस्ट ऑफ लक !

#अनाड़ीबलमनादानसजनी





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