सरकारों के लिए परिवर्तन एक निरंतर चलने वाली प्रकिया है। इस प्रक्रिया के पूरा करने की कोशिश में कई बार व्यक्ति को ही राष्ट्र बन जाना पड़ता है। स्टेडियम का नया नाम भी…
दिनचर्या और रिश्तों का बबल , धीरे-धीरे विचार का बबल भी तो बन सकता है । इन दिनों लोग एक ही विचार के साथ रहना चाहते हैं। सोशल मीडिया भी इसमें हमारी मदद…
कांग्रेस में अगर ज़रा भी शर्म बची हो और अपनी ही राजनीतिक विचारधारा के प्रति सम्मान बचा हो तो उसे यह फ़ैसला पलटना चाहिए। बाबूलाल से कहना चाहिए कि वह कुछ गांधी को…
दुनिया की कोई भी ताक़त अभी तक कोई ऐसा ‘टूलकिट’ नहीं बना पाई है जो निहत्थे नागरिकों के अहिंसक प्रतिकार को विश्वव्यापी होने से रोक सके। सर्वशक्तिमान अंग्रेज भी गांधी के ख़िलाफ़ ऐसा…
अनाड़ी बलम और नादान सजनी क्या यह जानते हैं कि आज यह इज़हार और इकरार करते ही वे दुनिया के सबसे जटिल रिश्ते में दाखिल हो रहे हैं ।
प्रियंका जानती हैं कि गंगा प्रयागराज से ही मोक्षदायिनी नगरी काशी (वाराणसी) भी पहुँचती है।
कोई ऐसे घी, तेल और मसाले का उपयोग नहीं करेंगे, जो सेहत के लिए नुकसानदेह हो। यह शपथ मुंहजबानी नहीं है। 400 व्यापारी यह शपथ बाकायदा 50 रु. के स्टाम्प पेपर पर नोटरी…
क्या कोई पूछना चाहेगा कि एक सौ पैंतीस करोड़ देशवासियों के भविष्य से जुड़े फ़ैसले इस वक्त कौन या कितने लोग, किस तरह से ले रहे हैं ? हम शायद अपने आप से…
‘जन-जन के बीच’ की जिस दीवार को बर्लिन की दीवार की तरह ढहा देने की बात प्रधानमंत्री ने सवा दो साल पहले ‘गुरु पर्व ‘ के अवसर पर कही थी वह तो अब…
मिंत्रा के जिस लोगो पर विवाद हुआ है उसमें कई लोगों का कहना है उन्होंने वैसा अब तक कुछ नहीं देखा, जो अश्लील हो, हां जब से यह विवाद हुआ है, वे उस…
किसान आंदोलन को तय करना होगा कि उसकी अगली यात्रा में कितने और कौन लोग मार्च करने वाले हैं! उन्हें चुनने का काम काम कौन करने वाला है? गांधी चाहते तो उनके दांडी…
महिलाओं को लेकर यूपी पुलिस की 'चिंता' काबिले तारीफ है, मगर इसमें कुछ पेंच हैं। एक और बड़ा सवाल है। क्या यह कैमरे नागरिकों की भलाई के नाम पर सरकारी निगरानी के एक…
राजदीप अम्बानी-अदाणी को हो रहे नुक़सान की चर्चा करते हुए इस बात का ज़िक्र नहीं कर पाए कि किसी भी आंदोलन का इतना लम्बा चलना क्या यह संकेत नहीं देता कि सरकार के…
स्थानीय लोगों द्वारा यह भी बताया जाता है कि इस नरसंहार में कई पशु पक्षी भी मारे गए थे जिससे इस नरसंहार में के कारण उर्मिल नदी का पानी पूरी तरह से खून…
ट्विटर द्वारा ट्रम्प के अकाउंट को बंद करने का आधार यही बनाया गया है कि पदासीन राष्ट्रपति के उत्तेजक विचारों से हिंसा और ज़्यादा भड़क सकती है।
अभी अंतिम रूप से स्थापित होना बाक़ी है कि डॉनल्ड ट्रम्प हक़ीक़त में भी राष्ट्रपति पद का चुनाव हार गए हैं। इस सत्य की स्थापना में समय भी लग सकता है जो कि…
यह भयावह निगरानी पूंजीवाद हमारे चारों तरफ व्याप्त है। इसकी भयानकता को समझने में बड़े बड़े बुद्धिजीवी भी चूक कर रहे हैं।
जब लोकतंत्र के रास्ते से एक कमअक्ल, मूर्ख और सनकी आदमी किसी देश की सत्ता पर काबिज हो जाता है तो वही होता है जो अमेरिका में हुआ है। रिपब्लिकन पार्टी की हार…
सरकार ने मान लिया कि जनता सिर्फ़ उसी के साथ है। जो लोग आंदोलनकारियों के साथ हैं वह जनता ही नहीं है। सरकार अब जो चाहेगी वही करेगी। वह ज़रूरत समझेगी तो देश…
मुमकिन है इस नए साल की सुबह हर बार की तरह बहुत सारे लोगों से मिल या बातें नहीं कर पाए हों। हम जानते हैं कि खिलखिला कर ख़ुशियाँ बिखेरने वाली कुछ आत्मीय…