दुनिया भर में शासकों को सत्ता के छिन जाने के क्षण तक यही भ्रम बना रहता है कि जनता उन्हें किसी भी अन्य नेता की तुलना में सबसे ज़्यादा मोहब्बत करती है। तानाशाहों…
हम कई बार तय ही नहीं कर पाते हैं कि अमानवीय और नृशंस तरीक़ों से अंजाम दी जाने वाली मौतों के बीच किस एक को लेकर कम या ज़्यादा भयभीत होना चाहिए। नागरिक…
राजधानी भोपाल के हृदय स्थल में एक विशालकाय बरगद का अवसान हो गया। पता नहीं, सौ साल से पुराने इस पेड़ को अपने बुजुर्ग की तरह श्रद्धांजलि देने वाले लोग कितने होंगे।
2002 के दंगों के बाद एक बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने भय के कारण गुजरात से पलायन कर दिया था पर कश्मीर घाटी की तरह उसका कहीं कोई ज़िक्र नहीं…
एक बड़ा सवाल ‘अग्निपथ’ को लेकर किया जा रहा है कि चार साल बाद सेना से वापस आने वाले युवा मार्ग ना भटक जाएं तो यह भी बहुत हद तक बेमानी शंका है…
शिवसेना के इस विवाद से इतना फायदा हुआ कि हिंदी को एक नया राजनीतिक मुहावरा मिला। ‘बाप के नाम पर’ वोट मांगने की इस चाल को जनता कितना स्वीकार करती है या फिर…
नूपुर शर्मा द्वारा पैग़म्बर साहब को लेकर की गई टिप्पणी के बाद धार्मिक रूप से निर्मित हो गए संवेदनशील समय में प्रधानमंत्री का यह खुलासा कि उनके पिताजी के मुसलिम मित्र का बेटा…
योजना को लेकर राजनाथ सिंह का दावा अगर सही है तो उन तमाम राज्यों में जहां भाजपा की ही सरकारें हैं वहीं इस महत्वाकांक्षी योजना का इतना हिंसक विरोध क्यों हो रहा है…
सवाल यह है कि ये प्रवक्ता अगर हिंदू-मुसलिम की बात करना बंद कर देंगे तो फिर देखने-सुनने वाले तो फ़र्क़ ही नहीं कर पाएँगे कि वे किस पार्टी का पक्ष रख रहे हैं।…
फ्री की संस्कृति ने एक ओर जहां बड़े समुदाय को सरकार पर निर्भर कर दिया है, मुफ्त राशन लेकर जीवन चलाने से दो साल में लोग इतने निकम्मे हो गये हैं कि कहना…
बेशक बुकर पुरस्कार पाने के बाद गीतांजलि श्री ने अपने वक्तव्य में कहा, ‘ये मेरे लिए बिल्कुल अप्रत्याशित है। मैंने कभी बुकर का सपना नहीं देखा था। यह बहुत बड़े स्तर की मान्यता…
आज जब हम मीडिया इंडस्ट्री की बात करते हैं तो यह विशुद्ध व्यवसाय है और व्यवसाय सरोकार को नहीं, सहकार और लाभ की कामना करता है।
-- हम इस वक्त एक नए क़िस्म के साम्राज्यवाद से मुख़ातिब हैं।इस साम्राज्यवाद में दूसरे मुल्कों पर जीत नहीं हासिल करना पड़ती।कहा जा रहा है कि पहले देश के अंदर ही साम्राज्य का…
राजनीति इस समय सत्ता की सूनामी की चपेट में है और हार्दिक पटेल जैसे युवा नेता भाग्य-परिवर्तन के लिए किसी शुभ मुहूर्त की प्रतीक्षा करते हुए अपनी महत्वाकांक्षाओं को तबाह होता नहीं देखना…
इस योजना का मुख्य लाभार्थी प्रदेश की कन्याएँ हैं, जिनके लिए दो दशकों से प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद मामा की भूमिका में पेश करते आए हैं। कन्या, वर, विवाह, दहेज़,…
‘रिपोर्टर्स सां फ़्रंटीयर्स (आरएसएफ)’ नामक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संस्थान ने भारत में मीडिया की स्वतंत्रता के पतन के लिए सिर्फ़ सरकार को दोषी ठहराया है। संस्थान ने यह नहीं बताया है कि अपनी आज़ादी…
इतिहासकारों के मूल्यांकनों में सम्भवतः यह भी शामिल रहेगा कि अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के प्रति किस तरह का स्पष्ट सम्मान या अप्रत्यक्ष असम्मान उन्होंने पराई ज़मीनों पर दर्शना उचित समझा।
सेवा-निवृत्त नौकरशाहों, राजनयिकों, विधिवेत्ताओं का मानना है कि नफ़रत की राजनीति के आरोप अगर वास्तव में सही हैं तो प्रधानमंत्री को चिट्ठियाँ नागरिकों के द्वारा लिखी जानी चाहिए और वे ऐसा नहीं कर…
कांग्रेस के आम कार्यकर्ताओं को अभी सूझ नहीं पड़ रही है कि वे प्रशांत किशोर के नहीं जुड़ने की खबर पर दुःख मनाएँ या एक दूसरे को बधाई देते हुए मिठाई बाँटें!
लोकतांत्रिक देशों में सियासी पार्टियां इन सोशल मीडिया की लोगों तक सीधी पहुंच को असरदार माध्यम मानकर काम करती हैं, लेकिन हकीकत में वो स्वयं भी एक खास एजेंडे की भागीदार बन जाती…