भोपाल। सीधी में आदिवासी युवक पर पेशाब करने वाले प्रवेश शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है। उस पर राज्य सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की है।
प्रवेश के भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय प्रतनिधि केदार शुक्ला का प्रतिनिधि होने की बात कही जा रही है और उसका यह संबंध पूरी तरह साफ नजर भी आ रहा है लेकिन भाजपा के नेता इसे मानने से इंकार कर रहे हैं।
हालांकि आरोपी के पिता के मुताबिक, वह भाजपा नेता और विधायक प्रतिनिधि दोनों है। इस बीच कांग्रेस की मांग है कि जैसा कि मुख्यमंत्री ने रिवाज बनाया है, उसके मुताबिक आरोपी का घर भी बुल्डोज़र से तोड़ा जाए।
तीन महीने पहले मानसिक रुप से विक्षिप्त आदिवासी युवा पर पेशाब करने वाले भाजपा के नेता प्रवेश शुक्ला को बुधवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। दस सेकेंड लंबा उसका वीडियो मंगलवार को वायरल हुआ और सुर्खियों में छाया रहा।
उसे अमानवीय और बेहद घिनौना माना गया। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून जैसी संगीन धाराओं पर मुकदमा दर्ज करने के लिए कहा गया।
इसके अलावा उस पर बहेरी पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 294 और 504 और धारा 3 (1) (आर) (एस) एससी / एसटी अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले में एक दूसरा विवाद यह है कि विधायक केदार शुक्ला आरोपी से अपना कोई संबंध ही नहीं बता रहे हैं। हालांकि उनके साथ आरोपी की तस्वीरें और कई दूसरे बैनर पोस्टर सोशल मीडिया पर दिखाए जा रहे हैं। आरोपी के पिता ने इस बात से साफ इंकार किया है। आरोपी के पिता ने इस बारे में मीडिया से भी बात की है।
सीधीः आदिवासी युवक पर पेशाब करने वाले आरोपी प्रवेश शुक्ला के पिता ने भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला के दावे को गलत बताया, उन्होंने कहा कि वह (प्रवेश) विधायक का प्रतिनिधि है और भाजपा कार्यकर्ता है। #केदारशुक्ला #madhyapradesh pic.twitter.com/k5cZQXHRg7
— Deshgaon (@DeshgaonNews) July 5, 2023
इस मामले में एक और जानकारी जो सामने आ रही है कि आरोपी ने पीड़ित और उसके परिवार पर दबाव बनाया और उसने एक हलफनामा भी लिखवाया जिसमें पीड़ित ने यह स्वीकारा है कि उसे कोई तकलीफ नहीं है।
खबरों की मानें तो यह वीडियो काफी दिनों से लोगों के जानकारी में है और आरोपी को अंदेशा था कि इसके सामने आने पर वह फंस सकता है। ऐसे में उसने अपने बचाव की कोशिशें पहले ही शुरू कर दी थीं, लेकिन इसके बावजूद भी वह बच नहीं सका।
एक तरफ़ मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि इस दरिंदे पर NSA लगे, दूसरी तरफ़ अपराधी पीड़ित पर दबाव डालकर हलफ़नामा लिखवा रहा है कि उसे कोई तकलीफ़ नहीं है।
सत्ता का ऐसा भयानक दुरुपयोग मामा कंस के राज में ही हो सकता है। मध्य प्रदेश में आदिवासी कब तक सताये जाएँगे। pic.twitter.com/Ns4HM3W9RM
— Piyush Babele||पीयूष बबेले (@BabelePiyush) July 4, 2023
कांग्रेस इस मामले में हमलावर है। कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि सीएम शिवराज ने कहा है कि ऐसे घिनौने काम करने वाले आरोपी के घरों पर बुल्डोजर चलेगा। ऐसे में अब इस आरोपी का घर तोड़ा जाए।
इस मामले में भाजपा बचाव की मुद्रा में दिखाई दे रही है। अक्सर घरों पर बुल्डोजर चलाने की धमकी देने वाले नेता भी अब शांत हैं। वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई कांग्रेस के कानून के मुताबिक नहीं होगी।