नरसिंहपुर। नशा बेचने के मामले में नरसिंहपुर पुलिस नहीं कारूपी को पकड़ा और इस दौरान उसकी मां ने पुलिस को रोकने की कोशिश की और गाड़ी की बोनट पर लटक गई लेकिन पुलिस ने गाड़ी रोकने की बजाए उसे बोनट पर ही लटकाए रखा और करीब एक किमी दूर तक उसे थाने ले गई। इस मामले में स्थानीय एसपी ने दो एसआई सहित एक कॉन्सटेबल पर कार्रवाई की है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
नरसिंहपुर में निजी कार में सवार पुलिस वालों ने नशा बेचने के आरोप में एक युवक को पकड़ा था और उन्हें रोकने के लिए आरोपी की मां उनकी गाड़ी की बोनट पर लटक गई इस दौरान पुलिस ने गाड़ी चलाना जारी रखी और करीब 1 किलोमीटर दूर थाने पर ले जाकर रोकी। मामले में तीन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की… pic.twitter.com/u2Nzm1yLt6
— Deshgaon (@DeshgaonNews) July 3, 2023
मामला उस वक्त का है कि जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को नरसिंहपुर जिले में तेंदूखेड़ा में थे और लाडली बहन बतौर महिलाएं उनका स्वागत करने उमड़ी थी। इसी समय पुलिस की एक गुंडा स्क्वाड टीम सिविल यूनिफॉर्म में निजी कार में गोटेगांव के नए बाजार में स्मैक और गंजे की धरपकड़ कर रही थी। इस दौरान सोनू और राधेश्याम कहार के घर दोपहर के वक्त छापा मारा गया। दोनों आरोपियों को दबोच कर पुलिस जब कार से थाने ले जा रही थी तो थाने के नजदीकी फुहारा चौक पर आरोपियों की मां जो फलफूल बेचने का हाथ ठेला लगाती है, उसे पता चला और उसने कार की के सामने आकर पुलिस को रोकने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने इस दौरान गाड़ी नहीं रोकी और महिला गाड़ी की बोनट पर लटक गई।
पुलिस भी कार के बोनट पर चढ़ी महिला को उतारने की बजाय उसे लटकती अवस्था में थाने तक ली गई और इस दौरान करीब एक किमी का सफर तय किया गया। लोग इसे देखकर हैरान हो रहे थे तो पुलिस गाड़ी रोक नहीं रही थी। इस दौरान कई लोगों ने घटना के वीडियो बनाए जो अब लगातार शेयर हो रहे हैं।
यह वीडियो जब वायरल हुआ और मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने उपनिरीक्षक अनिल अजमेरिया ,उपनिरीक्षक संजय सूर्यवंशी और आरक्षक नीरज डेहरिया को निलंबित कर दिया है। इस मामले में एसपी का कहना था कि महिला भीड़ लेकर आरोपी को बचाने के प्रयास में पहुंची थी। यह बात अलग है कि पुलिस टीम को महिला को दूर करना था इसलिए उन्हें निलंबित कर दिया गया है। महिला का कहना था कि पुलिस सादी ड्रेस में थी, कार भी निजी थी तो उसे लगा कि कोई दूसरा उनके बच्चों को जबरन ले जा रहा है इसलिए वह बचाने पहुंच गई।