सोनकच्छ। निकाय चुनावों के नज़दीक आते ही स्थानीय राजनीति में अचानक हलचल देखी जा रही है। सोनकच्छ नगर परिषद के अध्यक्ष पद के लिए महिला श्रेणी का आरक्षण हुआ है। इसके बाद दावेदारों की होड़ सी लग गई है। भाजपा और कांग्रेस पार्टी के साथ आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ने वाली महिला दावेदारों ने अपनी-अपनी पार्टी के टिकट के लिए दावा ठोक दिया है। दोनों राष्ट्रीय पार्टी से कई महिला नेताओं ने अध्यक्ष पद के लिए टिकिट पर अपनी दावेदारी पेश की है।
तीसरे विकल्प के रूप में आम आदमी पैनल भी अपने अध्यक्ष तथा 15 वार्डों के पार्षद में उम्मीदवार सोशल मीडिया में अपना लोकलुभावन वचन पत्र वायरल कर रहा है। दोनों ही पार्टियों से टिकट ना मिलने पर कई नेता इस पैनल के माध्यम से चुनाव मैदान में दमदारी भर सकते हैं।
कांग्रेसी एवं भाजपा के कार्यकर्ता जो अपने प्रभाव के चलते पार्टी में मुकाम रखते हैं अपने साथियों के साथ दावेदारी के लिए जतन कर रहे हैं। पार्टी तक अभी किसी ने अपना नाम नहीं भेजा। बाजार में अपने गुटों में चर्चा के साथ प्रत्यक्ष रूप से मतदाताओं से सोशल मीडिया, मोबाइल तथा दुकानों पर बैठकर चर्चा का दौर शुरू हो गया है।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से दावेदार
- भारतीय जनता पार्टी में जनपद अध्यक्ष दीपशिखा दशरथ यादव ने प्रेस वार्ता के माध्यम से अपनी प्रबल दावेदारी पेश की है। पिछले चुनाव में दशरथ यादव ने राजवीर सिंह बघेल को कड़ी टक्कर दी थी। अब इस बार फिर दीपशिखा अपनी प्रबल दावेदारी पेश कर रही हैं।
- भाजपा में एक अन्य नाम इंद्रा बघेल का है। जिनके परिवार का भाजपा से नाता जनसंघ के ज़माने से है। उनके जेठ गजराज सिंह बघेल एवं तेज सिंह बघेल की पार्टी संगठन में मजबूत पकड़ है वहीं पति अजीत सिंह बघेल दो बार नगर परिषद के उपाध्यक्ष रहे हैं।
- तीसरा नाम है जनपद सदस्य आशा भावसार का जो भाजपा नेत्री हैं। उनकी पहचान उन्होंने खुद ही बनाई है। एक बार नगर परिषद अध्यक्ष का चुनाव लड़ चुकी है लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी थी इस बार फिर अपनी दावेदारी ठोक रही हैं।
- चौथा नाम प्रिया अखिलेश अग्रवाल का आ रहा है जो अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं इनके पति अखिलेश अग्रवाल ने पूरे लॉकडाउन में नगर में स्वयं के खर्च से गरीबों एवं आर्थिक रूप से पिछड़े नागरिकों एवं मजदूरों की संस्था के माध्यम से सेवा की थी।
- पांचवा नाम डॉ प्रतिभा पिता कैलाश नारायण शर्मा का है। वे पहले वार्ड क्रमांक चार की पार्षद भी रही हैं। डॉ. प्रतिभा के पिता भारतीय जनता पार्टी के जनसंघ के समय के कार्यकर्ता रहे हैं। स्वयं भी समाज सेवा से जुड़ी हुई हैं और उच्च शिक्षित महिला हैं।
- ज्योति दिलीप शर्मा छठी दावेदार हैं। उनका पुराना राजनीतिक बेकग्राउंड उच्च शिक्षित होना उन्हें टिकिट का एक मजबूत उम्मीदवार बनाता है। साल 2001 से लेकर 2015 तक राजनीतिक अनुभव है और सोनकच्छ सेवा सहकारी संस्था में भी रहीं हैं।
- इनके साथ ही भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह गौतम एवं निरंजन सिंह सेंगर भी अध्यक्ष पद पर अपने परिवार के सदस्यों की दावेदारी कर सकते हैं।
कांग्रेस के दावेदार…
- बीते पांच सालों से नगर परिषद के अध्यक्ष राजवीर सिंह बघेल की पत्नी वंदना सिंह बघेल की दावेदारी भी कांग्रेस की टिकट पर है।
- कांग्रेस की सूची में दूसरा नाम आता है अलका नवनीत गुप्ता का, जो अपने परिवार के दम पर दावेदारी जता रही हैं। गुप्ता परिवार का कांग्रेस पार्टी से वर्षों से जुड़ाव है। उनके ससुर वरिष्ठ कांग्रेसी और नगर परिषद के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। गुप्ता परिवार को पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के करीबी माना जाता है।
- तीसरा नाम सरोज जनार्दन सिकरवार का है। सरोज सिकरवार की छवि समाजसेविका की रही है और उनकी सामाजिक छवि उनके लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। उनके पुत्र प्रद्युमन सिंह सिकरवार ने विधानसभा चुनाव में विधायक सज्जन सिंह वर्मा को जिताने में काफी मेहनत भी की थी।
- चौथा नाम प्रेमकुंवर बाई राजपूत का है। वे समाज सेवी हैं और धार्मिक आयोजन करवाती हैं और उनमें बढ़-चढ़कर हिस्सा भी लेती हैं। वह भी अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं।
- पांचवा नाम पार्षद प्रेमकुंवर बाई गौड़ का है वे देवास के दबंग नेता सौभागसिंह गौड़ की बहन हैं। उनका भतीजा जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष हैं और पति मान सिंह गौड़ और पुत्र समाजसेवी हैं। जिनके बल पर गौड़ के दावेदारी को कम नहीं आंका जा सकता है।
- जिला योजना समिति एवं पार्षद ओमप्रकाश परमार की पत्नी सुनीता ओमप्रकाश परमार भी अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं।