उज्जैन में बीते दिनों दलित और पाटीदार समाज के बीच एक बड़ा विवाद हुआ। यह विवाद एक जगह पर प्रतिमा लगाने को लेकर था जहां अज्ञात लोगों ने 24 जनवरी को सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति लगा दी और दलित समाज ने इसे अगले ही दिन तोड़ दिया। उसके बाद खासा हंगामा हुआ और अब इस झगड़े का समझौता किया गया है। जिले के एसपी और कलेक्टर ने मिलकर दोनों पक्षों की बैठक करवाई और एक बीच का रास्ता निकाला जिसके तहत अब मकान की मंडी चौराहे पर सरदार पटेल और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमाएं लगाई जाएंगी।
इस घटना की लगातार निंदा हो रही थी और राज्य सरकार पर भी सवाल उठ रहे थे ऐसे में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और एसपी सचिन शर्मा ने रविवार को प्रशासनिक संकुल भवन में दोनों पक्ष के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस बैठक में तय किया गया कि दोनों समाज मिलकर मंडी चौराहे पर सरदार वल्लभ भाई पटेल और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमाएं एक साथ स्थापित करेंगे।
दोनों ही समाज के लोग इस जमीन पर अपने-अपने समाजों से आने वाले महापुरुषों की प्रतिमाएं लगाने की मांग कर रहे थे और यह विवाद काफी दिनों से जारी था। इन दोनों के ही प्रस्ताव नगर परिषद में लंबित थे जिन पर फैसला अब तक नहीं हो पाया था।