दबंगों ने रोक दी दलित की बारात फिर हुआ पथराव, महीने भर में जिले की दूसरी घटना


गांव के एक दबंग  व्यक्ति के प्लॉट पर कुछ बराती बैठ गए। इसके बाद विवाद हो गया और दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए। मौके पर विवाद भी हुआ और दोनों पक्षों में जमकर पत्थरबाजी हो गई।


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उज्जैन Updated On :

मंदसौर। प्रदेश में जाति के नाम पर विवाद का एक और मामला सामने आया है। मंदसौर जिले के नारायणगढ थाना क्षेत्र में एक दलित युवक की बारात रोक दी गई गई। इस दौरान दोनों पक्षों में विवाद भी हुआ और फिर पत्थरबाज़ी हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर विवाद शांत किया और आरोपितों की धरपकड़ शुरु की।

जानकारी के अनुसार मंदसौर जिले की मल्हारगढ़ तहसील के नारायणगढ़ थाने के टकरावद से भैरू पिता रमेश सुर्यवंशी की बारात मंगलवार को पास ही ग्राम रूपारेल आई थी। बिंदोली निकल गई थी इसी बीच  गांव के एक दबंग व्यक्ति के प्लॉट पर कुछ बराती बैठ गए।

इसके बाद विवाद हो गया और दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए। मौके पर विवाद भी हुआ। इसके तुरंत बाद पुलिस को सूचना दी गई और नज़दीकी बुढ़ा चौकी से पुलिस मौके पर पहुंच गई लेकिन इस बीच विवाद और गर्माता रहा है और दोनों पक्षों में जमकर पत्थरबाजी हो गई।

हादसे में घायल

इस घटना में इसमें राहुल पुत्र घीसालाल निवासी खात्याखेडी व देवीलाल पुत्र बापुलाल निवासी सरवानिया घायल हो गए।  तब तक बूढ़ा चौकी प्रभारी गौरव लाड मौके पर पहुंच गए और किसी तरह इसे रुकवाया। दोनों घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया। पुलिस ने मामले में अपराध क्रमांक 362/20 में छह नामजद आरोपियों और तीन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 341, 336, 294, 506, 34 एवं एससी एसटी  एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।  इसके बाद पुलिस ने आरोपितों की धरपकड़ शुरु की।

मंदसौर जिले में इससे पहले भी जातिगत विवाद सामने आ चुके हैं। यहां बारात रोके जाने की घटना कुछ समय पहले ही सुनने में आई थी। यहां सुआसरा क्षेत्र में खेड़ा गांव में एक दलित की बारात निकल रही थी जिसे इलाके के दबंगों के घर के सामने पहुंचने पर रोक दिया गया था और दूल्हे को भी घोड़ी से उतार दिया गया था।


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