आगामी गोवर्धन पूजा के अवसर पर मध्यप्रदेश के CM मोहन यादव ने प्रदेशभर में पारंपरिक रीति-रिवाजों को सम्मानपूर्वक मनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि गोवर्धन पूजा हमारी सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न अंग है, और इसे पारंपरिक तरीके से मनाने से समाज में आपसी मेलजोल और सौहार्द्र बढ़ता है। इस दिशा में मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर इस पर्व को धूमधाम से मनाएं।
मुख्यमंत्री यादव ने गौ-पूजन और अन्नकूट महोत्सव के आयोजन पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा, “गौ-पूजन हमारी संस्कृति में पशुओं के प्रति आदर और कृतज्ञता का प्रतीक है। अन्नकूट महोत्सव के माध्यम से हम समाज के सभी वर्गों में भाईचारा और समरसता का संदेश दे सकते हैं।” मुख्यमंत्री ने यह भी सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि पूजा स्थलों और सार्वजनिक आयोजनों में कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि महामारी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है, इसलिए सभी को स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों का पालन करते हुए त्यौहार मनाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सभी पंचायतों और नगर निगमों से अपील की है कि वे स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें ताकि सार्वजनिक स्थलों पर पूजा के दौरान गंदगी न फैले। इसके अलावा, उन्होंने गोवर्धन पूजा के दौरान स्थानीय कलाकारों और सांस्कृतिक समूहों को आमंत्रित करने का सुझाव दिया ताकि वे अपने प्रदर्शन के माध्यम से लोगों का मनोरंजन करें और पारंपरिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा दें।
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CM मोहन यादव के इस कदम से कई लोग बेहद खुश नजर आए। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि गोवर्धन पूजा महोत्सव न केवल सांस्कृतिक धरोहर को मजबूत करेगा, बल्कि लोगों के बीच आपसी एकता और भाईचारे को भी बढ़ावा देगा। यह कदम प्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि को उजागर करने की दिशा में एक अहम पहल के रूप में देखा जा रहा है।