सीहोरः करीब 50 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बावजूद जिंदगी की जंग हारी बोरवेल में गिरी सृष्टि


मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि जब बच्ची को बाहर निकाला गया, तब वह बेहोश थी। वह किसी प्रकार से रिस्पॉन्स नहीं कर रही थी।


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घर की बात Published On :
sehore girl rescue operation

सीहोर। मध्यप्रदेश के सीहोर के मूंगावली गांव में 300 फीट गहरे बोरवेल में गिरी ढ़ाई साल की बच्ची सृष्टि जिंदगी की जंग हार गई जिसे करीब 52 घंटे बाद रेस्क्यू टीम ने रोबोटिक टेक्निक से बोरवेल से बाहर निकाला।

बाहर निकाले जाने के दौरान सृष्टि कोई रिस्पॉन्स नहीं कर रही थी और उसे एम्बुलेंस से सीधे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया।

मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि जब बच्ची को बाहर निकाला गया, तब वह बेहोश थी। वह किसी प्रकार से रिस्पॉन्स नहीं कर रही थी। बचान दल ने रोबोट के डेटा के साथ सेना, एनडीआरएफ की मदद से पूरा रेस्क्यू किया। बच्ची के बाहर आते ही डॉक्टर ने बच्ची को लिया और एम्लेंस में लेकर उसे अस्पताल लेकर रवाना हो गए।

बच्ची की मौत पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुःख जताया है। उन्होंने कहा कि इस हादसे के जिम्मेदार लोगों को पहचानकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि सृष्टि नाम की ढ़ाई साल की यह बच्ची मंगलवार दोपहर करीब एक बजे खेलते-खेलते खेत में बने बोरवेल के गड्ढे में गिर गई थी। उस वक्त वह 29 फीट गहराई पर अटक गई थी, लेकिन रेस्क्यू के दौरान हुई खुदाई के कंपन से वह नीचे खिसकती गई।

बच्ची को बोरवेल से बाहर निकालने के लिए मौके पर SDRF, NDRF और सेना की टीम रेस्क्यू में जुटी थी। गुरुवार को सुबह 9 बजे दिल्ली की रोबोटिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर ऑपरेशन शुरू किया।

दोपहर बाद तेज हवा और बारिश होने से रेस्क्यू प्रभावित भी हुआ। रोबोटिक टीम ने शाम करीब साढ़े 5 बजे बच्ची को बाहर निकाला।

दूसरी तरफ, जिले के एसपी मयंक अवस्थी ने बताया कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित हुई है। इस मामले में वैधानिक नियमों के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। बोर मालिक और बोरकर्ता पर केस दर्ज किया गया है। धारा 181 और 308 आईपीएस के तहत एफआईआर दर्ज की है। पीएम रिपोर्ट के बाद धारा 304 का इजाफा कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।


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