रेत निकालते समय अवैध रेत खदान धंसने से तीन मजदूरों की दबकर हुई मौत


निवाड़ी जिले के ओरछा तहसील अंतर्गत बसोवा के घटवाहा गांव में बेतवा नदी के किनारे से रेत निकालते समय खदान धंसने से उसमें एक से डेढ़ घंटे तक दबे रहने के कारण तीन मजदूरों की मौत हो गई।


Manish Kumar Manish Kumar
सागर Published On :
tikamgadh-sand-mines

टीकमगढ़/सागर। निवाड़ी जिले के ओरछा तहसील अंतर्गत बसोवा के घटवाहा गांव में बेतवा नदी के किनारे से रेत निकालते समय खदान धंसने से तीन मजदूरों की मौत हो गई।

खदान धंसने के बाद उसमें दबे मजदूरों को झांसी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन के आलाधिकारी व पुलिस बल मौके पर पहुंचा।

हीरालाल (19 वर्ष) पुत्र चतुर सिंह कुशवाह, संजय केवट (20 वर्ष) पुत्र बबलू केवट और पंकज केवट 20 वर्ष पुत्र बीरन केवट निवासी घटवाहा मंगलवार की सुबह करीब चार-पांच बजे के बीच भगवंतपुरा निवासी कल्लू प्रजापति के ट्रैक्टर पर मजदूरी करने घर से निकले थे।

ये तीनों बेतवा नदी के किनारे रेत खदान से रेत निकालकर ट्रैक्टर में भर रहे थे। इसी दौरान रेत खदान धंस गई और तीनों इसमें दब गए। स्थानीय लोगों ने जैसे-तैसे इन्हें कड़ी मशक्कत करते हुए घंटे भर में बाहर निकाला और उन्हें इलाज के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

रेत खदान में दबने के कारण तीनों मजदूरों के सिर ओर सीने में गंभीर चोटें आईं थीं, जो उनकी मौत की वजह बनी। परिजनों ने तीनों युवकों के शव खदान में ही रख दिए और कलेक्टर व अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे।

हंगामे की जानकारी मिलने पर एसडीओपी शैलेंद्र श्रीवास्तव, तहसीलदार ओरछा रोहित वर्मा, चौकी प्रभारी संजय शर्मा, ओरछा थाना प्रभारी प्रवीण कुमार त्रिपाठी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने मृतक के परिजनों को समझाइश दी।

साथ ही मौके पर पंचानामा बनवाया और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मृतक के परिजन सरकार से 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिलाए जाने की मांग कर रहे थे।

 



Related