राज्य में चुनावी मौसम के दौरान जहां नेताओं का अपनी ज़बान पर कोई वश नहीं रह गया है, तो जनता अंधविश्वास की चपेट में आकर अपनी बची खुची ज़बान गंवा रही है। एक महिला ने नवरात्र में अपने ‘’परिवार के सुख’’ के नाम पर देवी को अपनी ज़बान कुरबान कर दी है।
दमोह जिले से एक महिला द्वारा अंधभक्ति में अपनी जीभ काटने का एक ताज़ा मामला सामने आया है।
दमोह से करीब 20 किलोमीटर दूर हिंडोरिया में संगीता नाम की एक महिला ने धार्मिक आस्था के वशीभूत होकर अपनी जीभ काटी और देवी को चढ़ा दी।
इस भयावह कृत्य के बाद महिला आजीवन ठीक से बोल नहीं पाएगी, लेकिन उसे इसका कोई अफ़सोस नहीं है।
बातचीत में महिला ने बताया कि उसने देवी से मन्नत मांगी थी जो पूरी हुई है। इसलिए उसने अपने परिवार और अपने बच्चों की भलाई व खुशी के लिए अपनी जीभ देवी को अर्पित कर दी है।
ख़बर है कि थाना प्रभारी ने मौके पर पहुंच कर महिला को जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया है।
इससे पहले भी राज्य में ऐसी घटनाएं होती रही हैं। पन्ना में एक महिला द्वारा अपने बेटे को कुल्हाड़ी से काटने की ख़बर कुछ दिनों पहले आयी थी जिसे उसने ईश्वर का आदेश बताया था। ऐसे ही दो साल पहले मुरैना में एक महिला ने अपनी जीभ काट ली थी।