उपचुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी हर तरह के प्रयास कर रहे हैं, लेकिन भाजपा के प्रत्याशियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपना दल बदलने की वजह जनता को बताने की है। अब तक ये प्रत्याशी भले ही अपने इस फैसले पर जवाबदेही न रखते हों लेकिन अब जब वोट मांगने के लिए जनता के सामने जाना पड़ रहा है तो इन्हें जवाब देना मुश्किल साबित हो रहा है।
सागर जिले के सुरखी उपचुनाव में भाजपा के संभावित प्रत्याशी राजस्व और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत भी इन्हीं मुश्किलों से लगातार जूझ रहे हैं। राजपूत इन दिनों अपने चुनावी दौरे में व्यस्त हैं। शनिवार को उन्होंने ढ़ाना, पठा, विदवांस, हीरापुर, खमकुंआ, टेकापार आदि गांवों में दौरा किया। यहां लोगों ने राजपूत से दोनों ही तरह की बात कही।
जहां कुछ उनके सर्मथन में बात कर रहे थे तो वहीं कुछ उनके आलोचक मिले। दोनों को ही मंत्री राजपूत एक ही जवाब देते रहे कि लोग हमसे कहते थे कि भैया आप तो अच्छे हो लेकिन पार्टी खराब है, इसलिए अब अच्छी पार्टी मे आ गए हैं। कांग्रेस ने मुझे मंत्री जरूर बना दिया था लेकिन कमलनाथ जी से क्षेत्र में विकास कार्यों की मांग की तो उन्होंने हमेशा अनसुना ही किया। इसी उपेक्षा के कारण और क्षेत्र की जनता की मांग पर मैंने वह पार्टी ही छोड़ दी। अब जिस पार्टी में हूं सब जानते हैं, भाजपा विकासवादी पार्टी है। आज आमजन को जो भी सुविधाएं मिल रही हैं, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की देन है।
उन्होंने कहा कि अब विकास कार्यों की पूरे सुरखी विधानसभा क्षेत्र मे कोई कमी नहीं आएगी क्योंकि साढ़े तीन साल तक विकास पुरुष मुख्यमंत्री हैं। कांग्रेस ने जनता के साथ सिर्फ छल किया इसलिए जनता कांग्रेस और कमलनाथ को करारा जबाब जरूर देगी।