भोपाल/सागर। भोपाल स्थित हमीदिया अस्पताल में डॉक्टरों ने जिस मरीज को स्वस्थ बताकर छुट्टी देने की तैयारी कर ली थी, उसकी चौथे दिन अस्पताल में ही मौत हो गई।
हमीदिया अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने 24 अक्टूबर को सागर निवासी आशारानी शर्मा को स्वस्थ बताकर अस्पताल से छुट्टी करने को कहा था।
परिजनों के मुताबिक, मरीज की हालत ठीक नहीं बताए जाने की वजह से उसे अस्पताल में ही रहने दिया गया। बुधवार की सुबह महिला मरीज की मौत हो गई। परिजन अब डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।
सागर जिले के मालथोन के रहने वाले परिजन ने बताया कि
आशारानी घर में फिसलकर 17 अक्टूबर को गिर गई थीं। उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। सागर के डॉक्टरों ने इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल रेफर किया था। यहां न्यूरो सर्जरी वार्ड में उनका इलाज चल रहा था और महिला अचेत थी। उधर, डॉक्टरों ने छुटृटी का पर्चा बना दिया। हम इस बात पर अड़ गए कि जब महिला की हालत ठीक नहीं है तो छुट्टी नहीं कराएंगे। इसके बाद उनकी छुट्टी नहीं की गई, पर ठीक से इलाज भी नहीं किया गया।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि सीटी स्कैन में सिर में गंभीर चोट पता चली थी, इसके बाद भी गंभीरता से इलाज करने की जगह डॉक्टर उनकी छुट्टी करने पर तुले थे।
इस संबंध में हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आईडी चौरसिया ने कहा कि उन्हें इस घटना के बारे में जानकारी नहीं है।