दमोहः लोकायुक्‍त टीम ने तहसील ऑफिस के बाबू को 1500 रुपये की रिश्वत लेते दबोचा


जिले में लगातार लोकायुक्त द्वारा लगातार कार्रवाई करने के बाद भी अधिकारी-कर्मचारी रिश्वत लेने से नहीं बाज आ रहे हैं। यही कारण है कि दमोह जिले में महीने में दो या तीन बार लोकायुक्त द्वारा कार्रवाई की जा रही है।


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दमोह Published On :
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दमोह। दमोह जिले की जबेरा तहसील अंतर्गत उप तहसील बनवार में पदस्थ लिपिक को एक किसान से जमीन के बैनामा आदेश की कॉपी देने के एवज में 1500 रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त सागर की टीम ने शुक्रवार की दोपहर रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

जानकारी के मुताबिक, दमोह जिले की जबेरा तहसील के उप तहसील बनवार में जो कि प्रत्येक सोमवार एवं शुक्रवार को लगाई जाती है। शुक्रवार को दोपहर में जब हर दिन की तरह कामकाज हो रहा था, तभी अचानक सागर की लोकायुक्त टीम ने किसान सोनू सेन से लिपिक विनोद दुबे को 1500 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।

ग्राम रोड तहसील जबेरा निवासी सोनू सेन (32 वर्ष) पुत्र कन्हैया लाल सेन द्वारा अपनी जमीन का बैनामा आदेश पास कराया गया था। उसकी कॉपी पाने के लिए उप तहसील कार्यालय में पदस्थ लिपिक विनोद दुबे (49 वर्ष) निवासी दमोह द्वारा 1500 रुपये की मांग की गई थी।

इस राशि को शुक्रवार की दोपहर को सोनू द्वारा दिए जाते समय लोकायुक्त सागर की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया। इस कार्रवाई में सागर लोकायुक्त में पदस्थ निरीक्षक रोशनी जैन व अभिषेक वर्मा आदि शामिल रहे।

बता दें कि दमोह जिले में लगातार लोकायुक्त पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है। अभी बीते सप्ताह ही धान खरीदी केंद्र पर सर्वेयर को लोकायुक्त सागर द्वारा रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था।

इसके पूर्व नगर परिषद तेंदूखेड़ा के उपयंत्री एवं लेखापाल को जनपद पंचायत दमोह के सहायक यंत्री जीडी अहिरवाल को नगरपालिका के राजस्व निरीक्षक भागीरथ शर्मा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था।

जिले में लगातार लोकायुक्त द्वारा लगातार कार्रवाई करने के बाद भी अधिकारी-कर्मचारी रिश्वत लेने से नहीं बाज आ रहे हैं। यही कारण है कि दमोह जिले में महीने में दो या तीन बार लोकायुक्त द्वारा कार्रवाई की जा रही है।


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