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मध्य प्रदेश के सीधी जिले में अंधविश्वास के चलते एक 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस दौरान बचाने पहुंचे उनके बेटे और पोते को भी बेरहमी से पीटा गया, जिससे उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
कैसे हुई घटना?
यह दर्दनाक घटना ग्राम पिपरहा, कुसमी में बुधवार रात करीब 8 बजे घटी। ग्राम मेडरा से आए पांच लोगों— पुष्पराज, दिलीप, संतोष, अजय सिंह और इंद्रभान सिंह ने चिराऊंजिया सिंह (80) के घर पर हमला कर दिया।
सबसे पहले आरोपियों ने महिला के लकवाग्रस्त पति श्रीमान सिंह पर हमला किया।
इसके बाद वे बुजुर्ग महिला को घर से एक किलोमीटर दूर पिपरहा मोहल्ले में घसीटकर ले गए और लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
जब महिला का बेटा उदयभान सिंह और पोता पृथ्वीराज सिंह मौके पर पहुंचे तो उन पर भी हमला कर दिया गया, जिससे दोनों बुरी तरह घायल हो गए।
जादू-टोने के शक में हत्या
मृतक महिला के बेटे उदयभान सिंह के अनुसार, कुछ दिन पहले उनके चाचा के पोते समर बहादुर सिंह की महाराष्ट्र में मौत हुई थी। 18 फरवरी को अंतिम संस्कार के बाद चाचा के परिवार ने आरोप लगाया कि चिराऊंजिया सिंह ने जादू-टोना करके समर की जान ले ली। इसी अंधविश्वास के चलते बुजुर्ग महिला की नृशंस हत्या कर दी गई।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया।
कुसमी थाना प्रभारी भूपेश बैस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ हत्या और मारपीट का मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की तलाश जारी है वहीं घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है।
अंधविश्वास से जुड़ी बढ़ती घटनाएं
मध्य प्रदेश के कई आदिवासी और ग्रामीण इलाकों में जादू-टोने के शक में हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अंधविश्वास, जागरूकता की कमी और सामाजिक कुरीतियां इस तरह की घटनाओं का कारण हैं।
सरकार और प्रशासन को ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई करने और ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने की जरूरत है, ताकि बेगुनाह लोगों की जान न जाए।