राज्यसभा चुनाव में वोटिंग जारी, कांग्रेस के नाराज़ विधायक बदल सकते हैं समीकरण


– राजस्थान और हरियाणा में कांग्रेस के विधायक बदल सकते हैं समीकरण
– महाराष्ट्र में ओवैसी की पार्टी का कांग्रेस को सर्मथन


DeshGaon
घर की बात Published On :

इंदौर। चार राज्यों की 16 राज्यसभा सीटों के लिए मतदान जारी है। इनमें से ज्यादातर में क्रॉस वोटिंग का खतरा है। जिसकी ख़बरें काफी पहले से आ रहीं हैं ऐसे में सभी दल अपने विधायकों पर नज़र रखे हुए हैं। राज्यसभा सीटों में राजस्थान की 4, हरियाणा की 2, महाराष्ट्र की 6 और कर्नाटक की 4 सीटें शामिल हैं। हरियाणा और राजस्थान में बड़ी खींचतान जारी है।

वहीं महाराष्ट्र में चुनाव उलझनों भरा है। यहां AIMIM ने कांग्रेस प्रत्याशी इमरान प्रतापगढ़ी को वोट देने का फैसला किया है। इस पर राज ठाकरे की पार्टी मनसे ने शिवसेना पर हमला बोला है। मनसे ने कहा है कि शिवसेना ने ओवैसी से समर्थन लिया, इससे उनका हिंदुत्व उजागर हो गया है। वे निजाम के वंशजों से भी समर्थन लेने में नहीं हिचकिचाते हैं।

यहां जेल में बंद नवाब मलिक को हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली। उन्होंने राज्यसभा चुनाव में वोटिंग के लिए याचिका में संशोधन करने को कहा है। मलिक की ओर से विधान भवन जाने के लिए पुलिस एस्कॉर्ट की मांग की गई थी। पुणे से भाजपा विधायक मुक्ता तिलक को एम्बुलेंस में विधान भवन लाया गया।

राजस्थान में सबसे पहले मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने वोट डाला। यहां ज़ी मीडिया के मालिक सुभाष चंद्रा भी मैदान में हैं। उन्हें लेकर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि भाजपा का एक उम्मीदवार है जिसकी जीत तय है। सरप्लस वोट निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को दिए जाएंगे। बाकी उनको कौन समर्थन देगा, इस बारे में सुभाष चंद्रा ही जानते हैं। ख़ास बात यह है कि निर्दलीय उम्मीदवार चंद्रा को जीत के लिए 8 वोटों की जरूरत, इतने ही निर्दलीय विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी नाराज़ हैं। ऐसे में यह कांग्रेस को हार की आशंका भी है।

हरियाणा में दो सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। इनमें से एक पर भाजपा का जीतना तय है और दूसरी सीट निर्दलीय प्रत्याशी  मीडिया मालिक कार्तिकेय शर्मा को जा सकती है। उनका मुकाबला कांग्रेस के अजय माकन से है।  ज़ाहिर है भाजपा के सरप्लस वोट शर्मा को मिलेंगे। उन्हें चौटाला परिवार का साथ भी मिला हुआ है। उन्हें जीतने के लिए 31 वोट चाहिए हैं।

यहां कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन तभी जीत सकते हैं, जब उन्हें कांग्रेस के कुल 31 विधायकों में से 30 का वोट मिल जाए, लेकिन कांग्रेस की गुटबाजी बड़ा रोड़ा दिखाई दे रही है।

 


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