राजगढ़। तय समय सीमा में शिकायतों का निवारण न करने पर राजगढ़ कलेक्टर नीरज सिंह ने जुर्माना लगाया है। कलेक्टर ने यह जुर्माना ख़ुद अपने उपर लगाया है। देरी के लिए संबंधित अधिकारी पर जुर्माना लगाने का निर्णय भी उन्होंने ही लिया था।
सोमवार को हुई विभागीय बैठक में 1139 अनसुलझी शिकायतों पर संबंधित अधिकारियों पर जुर्माना लगाया गया। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने समय सीमा निर्धारित पत्रों की समीक्षा के दौरान पूर्व में आयोजित बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार एल 1 से एल 2 तथा एल 2 से एल 3 की शिकायतों पर विभागीय अधिकारियों द्वारा किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं करने के कारण प्रति शिकायत 100 रूपये के मान से 1139 शिकायतों पर एक लाख 13 हजार से भी अधिक राशि अधिरोपित की।
इसके तहत विभागीय अधिकारियों पर जुर्माना अधिरोपित किया है। कलेक्टर से स्वयं पर भी एल 1 पर कार्रवाई नहीं करने के कारण कलेक्टर ने ख़ुद पर भी 100 रूपये का जुर्माना आरोपित किया। इस बैठक में अपर कलेक्टर कमल चंद्र नागर, सहायक कलेक्टर निधि सिंह, सहित जिला अधिकारी और वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से सभी एस.डी.एम. तहसीलदार सी.ई.ओ. जनपद पंचायत मौजूद रहे।
किसी भी अधिकारी द्वारा अपनी गलती मानकर खुदकर पर जुर्माना लगाने जैसी कार्रवाई अक्सर सुनने में कम ही आती है और राजगढ़ जिले में तो यह पहला मामला बताया जाता है। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने अपनी ओर से यह कदम उठाकर स्पष्ट कर दिया है कि अधिकारियों को नागरिकों की शिकायतों का निराकरण तय सीमा में ही करना होगा। ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है। कलेक्टर के इस निर्णय़ को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उस निर्देश से भी जोड़कर देखा जा रहा है जहां उन्होंने नागरिक सुविधाओं में कोताही न करने के लिए कहा था।