राजगढ़। जयपुर-जबलपुर नेशनल हाइवे पर शहरी सीमा में आए दिनों होने वाले हादसों के बाद अब जाकर प्रशासन की नींद टूटी है और इसे रोकने के लिए कवायद शुरू की है।
रविवार को 50 फीट गहरे नाले में चूना लदे ट्रक के गिरने व उसमें एक की मौत के बाद प्रशासन ने हाइवे पर पेट्रोल पंप के सामने बैरिकेट्स लगाकर एक लेन से दूसरे लेन में आने-जाने के लिए कट प्वॉइंट को बंद कर दिया।
अस्थाई तौर पर बैरिकेटिंग के अलावा वाहनों की गति नियंत्रित करने के लिए नाले से 150 मीटर दूरी पर स्पीड ब्रेकर भी बनाए गए हैं।
स्पीड ब्रेकर बनाने व कट प्वॉइंट को बंद करने के पीछे तर्क दिया गया है कि यहां से तेज गति से कोई भी वाहन न गुजरे व डेंजर जोन में एक लेन से दूसरे लेन में वाहनों का प्रवेश न हो।
इससे पहले मंगलवार को कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने मप्र सड़क विकास प्राधिकरण के महाप्रबंधक अजय खत्री, प्रबंधक सुमित गुप्ता आदि के साथ मौके पर जाकर तकनीकी खामी को देखा व समझा।
इस दौरान अपर कलेक्टर केसी नागर ने एमपीआरडीसी के अधिकारियों से चर्चा कर दुर्घटनाओं को रोकने संबंधी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। यहां एसडीएम पल्लवी वैद्य भी मौजूद थीं।
रविवार को जिस नाले पर हादसा हुआ, वह नाला काफी लंबा-चौड़ा है। पेट्रोल पंप वाले हिस्से के अलावा पहाड़ी के ऊपर जाने वाले आंतरिक मार्ग के किनारों से कई बार वाहन इस नाले में गिर चुके हैं।
ऐसे में यहां से गुजरने वाले वाहनों की गति नियंत्रित करने के अलावा नाले के किनारों पर रेलिंग बनाने की दरकार है। जानकारों का कहना है कि नाले के किनारों पर रेलिंग बनाने से हादसों को काफी हद तक रोकने में मदद मिलेगी।