कलेक्टर की पहल पर भैंसवामाता शक्तिपीठ में जुटाई जा रहीं व्यवस्थाएं, आर्किटेक्ट की योजना पर होगा काम


बैठक में मंदिर का नवीन निर्माण कार्य, दूध तलाई में निर्माण कार्य, धर्मशाला के ऊपर नवीन छत का निर्माण, एक दिवस बसेरा की मरम्मत, पहाड़ी पर टीन शेड, चबूतरा,  सांसद निधि से भवन निर्माण, रास्ते में अंधे मोड़ को खत्म करने,  स्टील की दान पेटी की स्थापना करने, वन बाग व मंदिर में एक अस्थाई कर्मचारी प्रबंधन कार्य के लिए लगाने पर परिचर्चा कर कई अहम निर्णय लिए।


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राजगढ़ Updated On :
कलेक्टर कार्यालय में हुई बैठक


राजगढ़। लंबे इंतज़ार के बाद अब सारंगपुर के भैंसवामाता में स्थित विजयासन शक्तिपीठ को संवारने की कवायद शुरु की जा रही है। यह राजगढ़ जिले और मालवा क्षेत्र का प्रमुख धार्मिक स्थल है। जहां हर साल काफी संख्या में श्रद्दआलु आते हैं। इसे लेकर कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने तैयारी शुरु कर दी है।

शुक्रवार को इस विषय पर एक बैठक भी हुई। जहां कलेक्टर सिंह ने मंदिर में सुविधाएं जुटाने के लिए सभी से सुझाव लिये। इस बैठक में मंदिर में दर्शन की व्यवस्था के अलावा ठहरने और आराम करने की व्यवस्था को दुरुस्त करने को लेकर काफी चर्चा हुई। इसके बाद तय किया गया कि एक आर्किटेक्ट से इस बारे में पूरी चर्चा कर एक योजना बनाई जाएगी और इसी के अनुसार आगे कार्य किए जाएंगे।

भैंसवामाता शक्तिपीठ पर विराजित देवी विजयासन का श्रीविग्रह।

कलेक्टर कार्यालय के सभा कक्ष में आयोजित इस बैठक में कलेक्टर सिंह ने सभी से मंदिर को आकर्षक रूप प्रदान करने और व्यवस्थाओं में सहयोग करने की अपील की। बैठक में सांसद रोड़मल नागर, सारंगपुर विधायक कुवंर कोठार,  एसडीएम रोशनी वर्धमान,  तहसीलदार भूपेंद्र कैलासिया,  समिति के शासकीय,  अशासकीय सदस्य,  मंदिर के पुजारी व अन्य की मौजूदगी में निर्णय लिया गया कि मंदिर सेवा न्यास की राशि से मंदिर का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण का काम करवाया जाएगा।

टूरिज्म विभाग द्वारा बनाए गए विश्राम गृह के संचालन पर विस्तार से चर्चा के बाद तय किया कि इसका संचालन एनआरएलएम को सौंपा जाए। बैठक में सदस्यों ने भी कई अहम मुद्दों को उठाया। जिन पर कलेक्टर ने अपने कनिष्ठ अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। इसी क्रम में मंदिर के लिए अस्थाई प्रबंधक रखने की भी सहमति बनी। कलेक्टर ने कहा कि प्रबंधक सेवा भावी और वहीं निवासरत होना जरूरी है।

दिवस बसेरा की मरम्मत होगी, सांसद निधि से बनेगा भवन…  बैठक में मंदिर का नवीन निर्माण कार्य, दूध तलाई में निर्माण कार्य, धर्मशाला के ऊपर नवीन छत का निर्माण,  एक दिवस बसेरा की मरम्मत, पहाड़ी पर टीन शेड, चबूतरा,  सांसद निधि से भवन निर्माण, रास्ते में अंधे मोड़ को खत्म करने,  स्टील की दान पेटी की स्थापना करने, वन बाग व मंदिर में एक अस्थाई कर्मचारी प्रबंधन कार्य के लिए लगाने पर परिचर्चा कर कई अहम निर्णय लिए।

इस बैठक के बाद शक्तिपीठ के कायाकल्प को लेकर लोगों में उम्मीदें जागी हैं। लोगों को कलेक्टर व समिति पदाधिकारयों से अपेक्षाएं है कि वह अपनी देख रेख में शक्तिपीठ को भव्य पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेंगे, जिससे क्षेत्र में रोजगार-धंधों की संभावनाएं भी बढ़ेंगी व यहां आने वाले सैलानियों को सुलभ सुविधाएं मिलेंगी।



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