राजगढ़ में महिला की निर्मम हत्या, ससुराल वालों ने महिला के हाथ-पैर काटकर उसका दाह किया, पुलिस ने अधजला शव निकाला


पिता ने कहा कि ससुराल वाले उनकी बेटी को पैसों के लिए परेशान कर रहे थे।


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राजगढ़ Published On :

मध्य प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। ताजा मामला राजगढ़ जिले का है, जहां एक गर्भवती महिला की निर्ममता से हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड में कोई और नहीं, बल्कि उसके परिजन ही शामिल हैं। आरोपियों ने गर्भवती बहू के हाथ-पैर काटकर उसकी हत्या कर दी और फिर शव को गुपचुप तरीके से जला दिया।

गांव के ही एक व्यक्ति ने महिला के मायके वालों को इसकी सूचना दी। जब महिला के परिजन पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, तो ससुराल वाले जलती चिता छोड़कर भाग गए। परिजनों ने पुलिस की मौजूदगी में नाले के पानी से चिता बुझाई और अधजला शव बाहर निकाला, जिसे पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।

यह घटना सोमवार को राजगढ़ जिले के कालीपीठ थाना क्षेत्र के टांडी खुर्द गांव में हुई। मृतक महिला का नाम रीना तंवर है। 23 वर्षीय रीना की शादी पांच साल पहले मिथुन तंवर से हुई थी। रीना की डेढ़ साल की एक बेटी है और वह चार महीने की गर्भवती थी।

कालीपीठ थाना प्रभारी रजनीश सिरोठिया ने कहा कि सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर शव बरामद किया है। मृतक महिला के परिजनों की शिकायत पर हमने मर्ग कायम कर लिया है। फिलहाल मामले की जांच चल रही है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

रीना के पिता रामप्रसाद तंवर के अनुसार, ससुराल वाले रीना से पैसों की मांग कर रहे थे और उसे परेशान कर रहे थे। इस मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।

 

देश में महिला अपराध

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में भारत में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में भारी वृद्धि देखी गई है। 2022 में 4,45,256 मामलों के साथ, हर घंटे लगभग 51 एफआईआर दर्ज की गईं। यह आंकड़े 2021 और 2020 की तुलना में काफी अधिक हैं। “क्राइम इन इंडिया 2022” रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं के खिलाफ अपराध की दर प्रति लाख जनसंख्या पर 66.4 थी, जबकि ऐसे मामलों में आरोपपत्र दाखिल करने की दर 75.8 थी। NCRB, जो कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत काम करता है, इन आंकड़ों का संग्रह और विश्लेषण करता है।

महिलाओं के खिलाफ अपराध में सबसे ज्यादा मामले पति या उसके रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता (31.4 प्रतिशत) के थे, इसके बाद महिलाओं का अपहरण (19.2 प्रतिशत), महिलाओं की मर्यादा भंग करने की नीयत से हमला (18.7 प्रतिशत), और बलात्कार (7.1 प्रतिशत) के मामले दर्ज किए गए।

उत्तर प्रदेश में 2022 में 65,743 मामलों के साथ महिलाओं के खिलाफ अपराधों की सबसे अधिक संख्या दर्ज की गई, इसके बाद महाराष्ट्र (45,331), राजस्थान (45,058), पश्चिम बंगाल (34,738), और मध्य प्रदेश (32,765) का स्थान रहा। इन पांच राज्यों में कुल मिलाकर 2,23,635 (या 50.2 प्रतिशत) मामले दर्ज किए गए, जो देश भर के कुल मामलों का आधा हिस्सा है।

इस स्थिति में सुधार के लिए न केवल पुलिस प्रशासन को सक्रिय होना पड़ेगा, बल्कि समाज को भी महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता और जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।


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