नरसिंहपुर। नरसिंहपुर जिले के चीचली नगर परिषद के दहलबाड़ा गांव में रोड किनारे खोदी गई पीली मिट्टी से बने गड्ढे में भरे पानी में डूबने की वजह से शुक्रवार की दोपहर को दो मासूम बच्चों मौत हो गई।
घटना से संबंधित प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, गांव के चार दोस्त खेत घूमने जा रहे थे। वे चारों खेलते हुए जा रहे थे कि इसी दौरान एक बच्चे का पैर फिसला और वह गड्ढे में डूबने लगा। उसे डूबता देख उसे बचाने के चक्कर में दूसरे बच्चे ने भी छलांग लगा दी।
इस दर्दनाक हादसे में शिवा (12 वर्ष) पिता वीरेंद्र राजपूत एवं शिवांश (10 वर्ष) पिता अंदर सिंह राजपूत की डूबने से मौत हो गई। साथ गए बाकी दोनों बच्चे दौड़कर गांव आये और उन्होंने गांववालों को इसकी जानकारी दी।
इसके बाद गांववालों ने आकर दोनों बच्चों को लगभग आधे घंटे की मशक्कत के बाद मृत बाहर निकाला। परिजनों का आरोप है कि गांव के सरपंच द्वारा खोदे गए गड्ढों को समय पर भरा नहीं गया जिसकी वजह से दोनों मासूमों की असमय मौत हुई है।
परिजनों में आक्रोश है और सरपंच पर कार्यवाही की मांग को लेकर परिजनों द्वारा जमकर विरोध किया जा रहा है। दोनों मासूम बच्चों के पीएम कराने से भी परिजन इनकार करते रहे, लेकिन पुलिस अधिकारियों द्वारा समझाइश के बाद वे पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए।
इस घटना के संबंध में गाडरवारा अस्पताल चौकी के एएसआई अतरलाल धुर्वे ने बताया कि
चार बच्चे नहाने के लिए गए थे। इसी दौरान शिवा और शिवांश गड्ढे में नहा रहे थे जबकि दो बच्चे ऊपर खड़े थे। उन्होंने ही दोनों बच्चों को डूबते देखा था और गांव के लोगों को सूचना दी थी। प्रकरण में पीड़ित परिवार के कथन लिए जा रहे हैं जिसके बाद ही मामले में घटना की वास्तविकता सामने आएगी। वहीं घटना को लेकर यह चर्चाएं भी हैं कि बच्चे गड्ढे के किनारे खेलने गए थे और अनियंत्रित होकर वह उसमें गिरे जिससे उनकी जान गई। दोनों मृतकों के शव का गाडरवारा में पोस्टमार्टम किया जा रहा है।