चित्रकार का दर्द, बिना अनुमति छत्तीसगढ़ के कहानीकार ने किया कलाकृतियों का उपयोग


चित्रकार डॉ. महोबे ने कहा है कि नेहरू नगर भिलाई जिला दुर्ग छत्तीसगढ़ निवासी डॉ. दीनदयाल साहू द्वारा लिखित छत्तीसगढ़ी कहानी संग्रह ”एक लोटा पानी” पुस्तक प्रकाशित की गई, जिसमें मेरी दो कलाकृतियों को मेरे अनुमति के बिना पुस्तक के कवर पेज में प्रिंट किया गया है।


ब्रजेश शर्मा
नरसिंहपुर Published On :
dindayal-sahu

नरसिंहपुर। शासकीय श्याम सुन्दर नारायण मुशरान महिला महाविद्यालय में पदस्थ चित्रकला विभाग के अध्यक्ष डॉ. यतीन्द्र महोबे ने अपनी कलाकृतियों के बिना अनुमति उपयोग व किसी अन्य के नाम से इस्तेमाल किए जाने पर दर्द जाहिर किया है।

चित्रकला विभाग के अध्यक्ष और चित्रकार ने एक प्रेस रिलीज के जरिये अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा है कि उनकी बनाई गई कलाकृतियों का उपयोग छत्तीसगढ़ के एक कलाकार ने बगैर उनकी अनुमति के किया है।

डॉ. महोबे ने कहा है कि नेहरू नगर भिलाई जिला दुर्ग छत्तीसगढ़ निवासी डॉ. दीनदयाल साहू द्वारा लिखित छत्तीसगढ़ी कहानी संग्रह ”एक लोटा पानी” पुस्तक प्रकाशित की गई, जिसमें मेरी दो कलाकृतियों को मेरे अनुमति के बिना पुस्तक के कवर पेज में प्रिंट किया गया है।

उसमें कलाकार का नाम राजश्री साहू अंकित है। जो कॉपीराइट एक्ट के अंतर्गत अपराध है। इस पुस्तक में प्रिंट कलाकृतिया मेरी बनाई हुई जल रंग माध्यम की है जिसकी मूल प्रति मेरे पास सुरक्षित है।

कलाकृतियों की इस तरह से चोरी एक कलाकार के कला अस्तित्व को ठेस पहुंचाने का प्रयास है।


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