नरसिंहपुर। जिले की जमीन पर स्थापित हुई नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) ने बीते दिनों 800 मेगावाट की दूसरी इकाई शुरू कर दी। इस शुरू किए गए प्लांट से उत्पादन के बारे में जिले के लोगों को भी पता नहीं चला।
अब एनटीपीसी में 1600 मेगावाट बिजली का सफलतापूर्वक कमीशन किया जा चुका है। गाडरवारा अंचल में स्थापित एनटीपीसी में 1600 मेगावाट की दूसरी इकाई शुरू होने का जश्न मनाया जा रहा है।
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) के अनुसार 800 मेगावाट की दूसरी इकाई का सफलतापूर्वक संचालन किया जा चुका है। परियोजना को प्रोजेक्ट स्टेज फर्स्ट की दूसरी इकाई माना गया है। परियोजना की 800 मेगावाट की क्षमता वाली पहली इकाई 2019 में शुरू की गई थी। अब दूसरी इकाई का भी वाणिज्यिक संचालन शुरू हो गया है।
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स भारत का सबसे बड़ा बिजली उत्पादक उपकरण निर्माता है, जिसके वैश्विक स्तर पर एक लाख 90 हजार मेगावाट से अधिक बिजली के उपकरण स्थापित हैं। भेल के कार्य में इंजीनियरिंग, डिजाइन निर्माण, आपूर्ति, स्टीम टरबाइन जनरेटर, बॉयलर और अत्याधुनिक पावर प्रोजेक्ट हैं।
अफसोस जनक बात यह जरूर है कि जिस जिले की जमीन और पानी का उपयोग एनटीपीसी कर रही है, उस जिले के बाशिंदों को भी एनटीपीसी की दूसरी इकाई के शुरू होने की भनक तक नहीं लगी जबकि यह दूसरे राज्यों में सुर्खियों का विषय रही।
जब इस मामले में एनटीपीसी के पीआरओ एवं महाप्रबंधक से चर्चा करने की कोशिश की गई तो उनके मोबाइल स्विच ऑफ मिले।