नरसिंहपुर। गोटेगांव तहसील के ग्राम श्यामनगर व मुआंर की महिलाओं ने इलाके में होने वाली अवैध शराब की बिक्री के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। मुआंर में आक्रोशित महिलाओ ने पंचायत में जाकर शराब बंद कराने मांग की और काफी देर तक वहां पर धरना-प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन कर रहे महिलाओं-पुरुषो का कहना है कि मुआंर नर्मदा तट पर है, जहां पर श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है इसलिए गांव में शराब बिक्री बंद कराई जाए क्योंकि इससे लोगों की श्रद्धा व भावनाओँ को ठेस पहुंच रही है।
दूसरी तरफ, ग्राम श्यामनगर में झोंतेश्वर चौकी के पास भी महिलाओं-ग्रामीणों की टोली लगभग एक महीने से शराब की बिक्री बंद कराने के लिए सक्रिय है।
गांववालों का कहना है कि प्रदेश शासन ने भी नर्मदा तटीय ग्रामों में शराबबंदी का फैसला किया है, लेकिन मुआंर में बड़े पैमाने पर शराब की अवैध बिक्री हो रही है।
विरोध कर रहे ग्रामीणों ने शासन से मांग की है कि गांव में शराब की अवैध रूप से हो रही बिक्री को बंद कराया जाए अन्यथा ग्रामीणों को सड़क पर आकर विरोध प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
आदिवासी ग्राम श्यामनगर में ग्रामीणों ने करीब एक माह पूर्व गांव में शराबबंदी कराने का फैसला किया था और इसके लिए कई टोली गांव में शराबबंदी के लिए सक्रिय भी है, लेकिन कई लोग लुकछुप कर शराब बनाने और बेचने का काम कर रहे हैं।
आबकारी विभाग को ग्रामीणों ने इसकी जानकारी दे दी है और विभागीय अमले के साथ शराब बनाने वालों के घर जाकर जमकर डांट-फटकार लगाई जबकि आबकारी विभाग का कहना है कि यदि शराब बनाने और बेचने का कारम बंद नहीं किया गया तो अपराध दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि लगभग एक महीने पहले ही ग्राम श्यामनगर के ग्रामीणों ने फैसला किया था कि उनके गांव में शराब पर पूर्णतः पाबंदी रहेगी। न कोई गांव में कच्ची शराब बनाएगा न ही कोई व्यक्ति किसी भी प्रकार की शराब बेचेगा।