नरसिंहपुर। प्रदेश में गोशाला में गायों के हाल को लेकर पिछले कुछ दिनों में माहौल काफी गर्म रहा। हालांकि इसके बावजूद गोसेवा को लेकर सरकार कोई बहुत गंभीर नहीं है। गो सेवा और संरक्षण के नाम पर भले ही अनेक दावे किये जायें वावजूद इसके प्रदेश के बहुत क्षेत्रों में गौ वंशों का अवैध परिवहन लगातार जारी है। पिछले दिनों 11-12 फरवरी को सिंहपुर निवासी एक युवक ने देर रात सिंहपुर के नजदीक ही एक ट्रक को खेत से लगकर किनारे खड़े होने और उसमें से कुछ गो वंशों को उतारने को लेकर जब ट्रक के व्यक्तियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने ट्रक का पट्टा टूटने का बहाना बताकर ट्रक से गो वंशों को उतारे जाने की बात कही। इस बात की जानकारी जब युवक ने स्थानीय पुलिसकर्मियों को दी तो उन्होंने शादी में होने की बात कहकर मामला टाल दिया।
इसके बाद सोमवार को फिर एक बार एन एच 12 डोंगरगांव के पास किसी अज्ञात वाहन से भरकर ले जा जा रहे दर्जनों गोवंशों की वाहन में मौत होने या फिर अन्य जो भी वजह रही हो रात के अंधेरे में कोई राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे ही छोड़ गया। इनमें एक बछड़ा जिंदा भी है। नरसिंहपुर जिले से होकर गो वंशों के अवैध परिवहन को लेकर पूर्व में जागरूक नागरिकों की सजगता से कई ट्रकों को पकड़ा भी जा चुका है लेकिन जिस तरह से गौ शालाओं में गौ वंशों की हो रही मौतें और उनका संगठित नेटवर्क के जरिये अवैध परिवहन कई सवाल खड़े कर रहा है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भोपाल में एक भाजपा नेत्री की गोशाला में सैकड़ों गायों की मौत हुई थी और इसके बाद जानकारी मिली कि गोशाला में पहले भी सैकड़ों गोवंश मर चुके हैं।