नरसिंहपुर। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं ज्योतिष व द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के दंड संन्यास के 73 वर्ष पूरे होने पर जिले के झोतेश्वर स्थित परमहंसी गंगा आश्रम में दंड संन्यास जयंती कार्यक्रम समारोह पूर्वक मनाया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में कई सांस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किये जा रहे हैं। जिन्हें लोग खूब पसंद कर रहे हैं। कार्यक्रम में रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी पहुंचने वाले हैं।
दंड दीक्षा के अनुसार भारत में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी सबसे वरिष्ठतम दंड संन्यासियों में से प्रथम हैं। वह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी हैं, साथ ही दो पीठों के शंकराचार्य भी हैं।
उनके दंड संन्यास के 73 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित हो रहे समारोह में विविध आयोजन हो रहे हैं जिसमें शनिवार को आंध्रप्रदेश के कलाकारों के कचपुड़ी नृत्य की अनुपम प्रस्तुति दी। यह प्रस्तुति लोगों के लिए आर्कषण का केंद्र बनी।
कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण लोग पहुंच रहे हैं। रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने देश की आजादी की लड़ाई में भागीदारी की थी। वे गौरक्षा के लिए आंदोलन चलाकर जेल भी गए थे।
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज का दंड संन्यास जयंती समारोह नरसिंहपुर में 23 जनवरी से शुरू हुआ है। यहां तब से ही समारोह जारी है। कार्यक्रम के पहले दिन परमहंसी गंगा आश्रम में भगवान गणेश का मोदक से अर्चन हुआ।
यहां गुजरात से आए कलाकारों ने गणेश वंदना, गुरु वंदना प्रस्तुत की। इसके बाद उड़ीसा के कलाकारों ने भगवती के 10 अवतारों की प्रस्तुति दी तो कार्यक्रमस्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
कुचिपुड़ी नृत्य की प्रस्तुति दे रहे कलाकारों को दर्शकों की खूब प्रशंसा मिली। रविवार को शंकराचार्य का अभिनंदन होगा। इस मौके पर छत्तीसगढ़ से आने वाले कलाकारों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की जाएगी।