नरसिंहपुर। उचित मूल्य दुकान के निरीक्षण में आपूर्ति अधिकारी द्वारा एक लाख से अधिक का खाद्यान्न कम पाए जाने पर राधे राधे स्वसहायता समूह की अध्यक्ष एवं सचिव/विक्रेता के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है। खास बात यह है कि राधे राधे स्वसहायता समूह की अध्यक्ष एवं सचिव/विक्रेता एक ही परिवार की महिलाएं हैं और आपस में जेठानी-देवरानी हैं।
जिले के ग्राम परसवाड़ा की शासकीय उचित मूल्य दुकान का औचक निरीक्षण बीते 17 दिसंबर को कनिष्ठ अधिकारी द्वारा किया गया था, जिसमें खाद्यान्न दुकान पर निरंक एवं बुधगांव प्राथमिक शाला में रखा पाया गया।
इतना ही नहीं संबंधित लोगों द्वारा पीएसओ मशीन एवं दुकान से संबंधित किसी भी प्रकार के दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए। साथ ही साथ मौके पर राधे राधे स्वसहायता समूह की अध्यक्ष सुषमा बाई पति गणेश एवं सचिव व विक्रेता शिखा पति पीतम विश्वकर्मा उपस्थित नहीं हुए।
आपूर्ति अधिकारी राजीव शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि
जांच में गेहूं और चना कुल 4095 किलोग्राम जिसका मूल्य एक लाख दो हजार एक सौ पचास रुपये, शक्कर नौ किलोग्राम मूल्य 360 रुपये, नमक 1.32 क्विंटल मूल्य 2640 रुपये यानी कुल एक लाख पांच हजार 150 रुपये मूल्य का खाद्यान्न कम पाया गया।
इस अनियमितता के कारण समूह की अध्यक्ष सुषमा बाई पति गणेश एवं सचिव व विक्रेता शिखा पति पीतम विश्वकर्मा के विरुद्ध थाना ठेमी में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
ठेमी पुलिस के अनुसार, समूह से जुड़ी दोनों महिलाएं देवरानी-जेठानी हैं जिन पर आईपीसी की धारा 420, 34 एवं 3,7 ईसी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है।