नरसिंहपुर। मध्यप्रदेश में सरकारी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की उम्र 62 सास से 63 साल किए जाने के प्रस्ताव पर बसपा के प्रदेश महासचिव एड नारायण सिंह पटेल ने ऐतराज जताया है।
राज्यपाल के नाम सौंपे ज्ञापन में बसपा की राज्य इकाई ने कहा है कि इससे प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी को और अधिक मुश्किलें झेलना पड़ेंगी। प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति पहले 60 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष की और अब 63 वर्ष करना चाह रही है। इससे इसका प्रभाव प्रदेश के बेरोजगारों पर पड़ेगा। पहले ही प्रदेश मे बहुत बेरोजगारी है। लोगों के रोजगार और आय के जरिया छिने हैं।
बसपा नेता का आरोप है कि भाजपा की प्रदेश सरकार 63 वर्ष रिटायरमेंट उम्र करके अपनी नाकामियां छिपाना चाह रही है। वह इसके जरिये पढ़े-लिखे नवयुवकों का अधिकार छीन रही है।
इसके लिए युवाओं को भी एकत्रित होकर प्रदेश की इस तरह की नीति का विरोध करना चाहिए। राज्यपाल के नाम सौंपे ज्ञापन में पटेल ने मांग की है कि इस पर रोक लगाई जाए अन्यथा बसपा आंदोलन करेगी।