भोपाल और इंदौर में 8 से 10 जनवरी तक होगा गुड़ मेला का आयोजन


किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग और जिला प्रशासन नरसिंहपुर के तत्वावधान में भोपाल एवं इंदौर में 8 से 10 जनवरी तक गुड़ मेला का आयोजन किया जा रहा है।


ब्रजेश शर्मा ब्रजेश शर्मा
नरसिंहपुर Published On :
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नरसिंहपुर जिले का प्रसिद्ध करेली गुड़ और गाडरवारा तुअर दाल रहेगी भोपाल व इंदौर मेले में उपलब्ध
नरसिंहपुर। राज्य शासन की एक जिला एक उत्पाद की अवधारणा के अंतर्गत नरसिंहपुर जिले से देश-विदेश में अपनी मिठास के लिए पहचाने जाने वाला करेली गुड़ और अपने सौंधेपन व बेमिसाल स्वाद के लिए मशहूर तुअर दाल का चयन किया गया है।

इन उत्पादों के प्रमोशन के लिए किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग और जिला प्रशासन नरसिंहपुर के तत्वावधान में भोपाल एवं इंदौर में 8 से 10 जनवरी तक गुड़ मेला का आयोजन किया जा रहा है।

गुड़ मेला का आयोजन भोपाल में भोपाल हाट बाजार में और इंदौर में इंदौर हाट बाजार में किया जाएगा। इस मेले में करेली गुड़ विभिन्न फ्लेवर्स और विभिन्न साइज की पैकिंग में उपलब्ध रहेगा।

करेली गुड़ एवं गाडरवारा तुअर दाल सेहत के लिए फायदेमंद है। इंदौर एवं भोपाल के नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे गुड़ मेला में पहुंचकर नरसिंहपुर जिले के प्रसिद्ध एवं स्वास्थ्यवर्धक करेली गुड़ और तुअर दाल खरीद सकते हैं।

गौरतलब है कि मां नर्मदा की गोद में बसे नरसिंहपुर जिले की उर्वर भूमि के करीब 70 हजार हेक्टर रकबे में गन्ने की खेती और 45 हजार हेक्टर में तुअर की खेती की जाती है। जिले के किसानों द्वारा गन्ने से गुड़ बनाया जाता है।

नरसिंहपुर जिले में करीब 5 हजार गुड़ भट्टियां किसानों के खेतों पर बनाई जाती हैं। इन गुड़ भट्टियों में नवंबर माह से शुरू होकर मार्च तक गुड़ बनाया जाता है। इस अवधि में जिले के बाजारों में लगभग एक लाख मीट्रिक टन गुड़ विक्रय के लिए उपलब्ध रहता है।

करेली गुड़ का अपना एक प्रसिद्ध ब्रांड है। करेली गुड़ न केवल जिले और प्रदेश में ही बल्कि देश-विदेश में भी उपभोक्ताओं द्वारा बुलवाया जाता है। यह गुड़ और गाडरवारा तुअर दाल भोपाल एवं इंदौर के हाट बाजार में 8 से 10 जनवरी तक उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध रहेगा।

नरसिंहपुर जिले के 40 से 50 किसानों से स्वसहायता समूहों और एफपीओ द्वारा विभिन्न आकार एवं फ्लेवर्स में गुड़ उपलब्ध कराया जाएगा। करेली गुड़ अदरक, आंवला, इलायची, कैंडी जैसे फ्लेवर्स में उपलब्ध रहेगा।

इसी तरह जिले के लगभग 50 हजार किसान पारंपरिक तरीके से तुअर की देशी प्रजातियों और शोध के बाद तैयार की गई नवीनतम प्रजातियों से तुअर का उत्पादन करते हैं।

गाडरवारा की दाल शीघ्र पकने और अपने सौंधेपन के स्वाद के लिए मशहूर है। नरसिंहपुर जिले में 20 से 30 हजार मीट्रिक टन दाल का उत्पादन होता है।

करेली गुड़ और गाडरवारा तुअर दाल के प्रमोशन के लिए जिला कलेक्टर वेद प्रकाश ने अभिनव पहल की है। कलेक्टर वेद प्रकाश इस तरह के नवीन प्रयासों के लिए जाने जाते हैं।

प्रथम चरण में भोपाल एवं इंदौर में जिले के करीब 50 किसानों के उत्पाद की ब्रांडिंग व मार्केटिंग की जा रही है। अगले चरण में ग्वालियर, दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में भी जिले के किसानों के गुड़ की मिठास एवं दाल के सौंधेपन से लोगों को परिचित कराया जाएगा।



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