नरसिंहपुर। ड्यूटी के समय भी मोबाईल पर घर परिवार के लोंगो से हमेशा बतियाते रहना कई सरकारी कर्मचारियों अधिकारियों के लिए शगल बन गया है। दफ्तर में कार्य के लिए आने वाले नागरिक कर्मचारियों और अधिकारियों की इस शगल से हमेशा दो चार होते हैं परेशान होकर अपना समय खराब करते हैं।
हालांकि अब ऐसा करना इन अधिकारी-कर्मचारियों के लिए मुश्किल का सबब बन सकता है और उन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही हो सकती है। अधिकारी कर्मचारियों का मोबाईल पर व्यस्त रहना सरकारी काम काज को प्रभावित कर रहा है और यह सब वरिष्ठ अधिकारी भी इससे परेशान हैं।
कुछ ऐसा ही आदेश एसडीएम नरसिंहपुर राधेश्याम बघेल ने जारी किया है जिसके अनुसार अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय तथा तहसील कार्यालय में पदस्थ सर्व संबंधितों को यह निर्देशित किया जाता है कि कार्यालयीन समय में शासकीय कार्य निष्पादन के लिए मोबाईल उपयोग छोड़कर अन्य कार्य के लिए मोबाईल फोन का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा, इसका उल्लंघन पाये जाने पर संबंधित के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यावाही की जायेगी।
आदेश पत्र में यह हवाला दिया गया है, कि प्रायः देखा जा रहा है कि कार्यालय में ड्यूटी के दौरान पदस्थ सभी कर्मचारी अधिकारी, महिला कर्मचारी अपने रिश्तेनाते दारों से या घरेलू बात कर कार्यालय का समय बर्वाद करते रहते हैं। समय पर कार्यालय का कार्य निष्पादित नहीं करते जिससे पक्षकार परेशान होते हैं या घंटों आपके फोन समाप्त होने का इंतजार करते रहते हैं। एसडीएम ने उक्त तथ्यों का जिक्र करते हुए यह आदेश जारी किये हैं।
बताया जाता है कि अधिकारियों पर शासन की तमाम योजनाओं को पूरा करने का दबाव लगातार बना रहता है। ऐसे में कर्मचारियों के द्वारा उन्हें पूरे सहयोग की अपेक्षा रहती है लेकिन काम का एक बड़ा समय मोबाइल पर बातचीत या फिज़ूल देखने में ही ज्यादातर काम का समय निकल जाता है। यही वजह है कि एसडीएम ने यह निर्देश जारी किया है।
हालांकि कर्मचारियों का कहना है कि अब प्रशासनिक स्तर पर ज्यादातर जानकारियां वॉट्सएप जैसे मैसैंजर पर भेजी जाती हैं ऐसे में उसे लगातार देखना भी ज़रूरी है। ऐसे में यह कैसे तय किया जाएगा कि कब कर्मचारी निजी काम से मोबाइल पर व्यस्त हैं और कब सरकारी काम के लिये इसका उपयोग कर रहे हैं।