नरसिंहपुर। गोटेगांव में एक बेटी ने बेटे का फर्ज निभाकर अपने पिता का अंतिम संस्कार किया। शव यात्रा में शामिल हुई बेटी ने पिता को कंधा दिया जिसे देखकर कई की आंखें नम हो गईं।
जागृति नगर निवासी प्रतिष्ठित नागरिक समाजसेवी शैलेश दुबे का हृदयघात होने से बीते दिन निधन हो गया। उनकी इकलौती संतान एक बेटी ही है जिसने अपने पिता के लिए बेटा और बेटी दोनों का कर्तव्य निभाकर उन्हें मुखाग्नि दी।
पिता के निधन से दुःखी इकलौती बेटी अनुष्का दुबे न सिर्फ पिता की अंतिम यात्रा में शामिल हुई बल्कि अंत्येष्टि स्थल में आंखों से छलक रहे आसुंओं के बीच अपने पिता को मुखाग्नि भी दी।
बेटी को उसके पिता को मुखाग्नि देते देखकर वहां उपस्थित जनों की भी आंखें नम हो गईं। पंडित शैलेश दुबे का 58 वर्ष की आयु मे अचानक जबलपुर में इलाज के दौरान ह्रदयगति रुक जाने के कारण आकस्मिक निधन हो गया।
बता दें कि जागृति नगर निवासी प्रतिष्ठित नागरिक समाजसेवी शैलेश दुबे शक्ति स्थल बड़ा पुल दुर्गा उत्सव समिति के एक सक्रिय सदस्य थे।