अवैध खननः सच निकली दिग्विजय सिंह की बात, मंत्री कमल पटेल की नहीं चली…


– नर्मदा में खनन को लेकर नाराज़ थे मंत्री पटेल, कमिश्नर को लिखा था पत्र
– नर्मदा जयंती पर गर्म रहा नदी में खनन का मुद्दा,


ब्रजेश शर्मा ब्रजेश शर्मा
नरसिंहपुर Updated On :

नरसिंहपुर। नर्मदा जयंती के दौरान भी नर्मदा नदी में खनन का मुद्दा भी उठा। इस पवित्र नदी की पूजा तो हुई, लेकिन खनन को रोकने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। कृषि मंत्री कमल पटेल ने दो दिन पहले ही इसे लेकर कलेक्टर वेद प्रकाश की शिकायत कमिश्नर से की थी, लेकिन इसके बावजूद भी कुछ नहीं हुआ।

मंत्री कमल पटेल ने नर्मदा नदी में खनन का मुद्दा गंभीरता से उठाया और साफ किया कि इसे लेकर प्रशासन गंभीर नहीं है और यह स्थिति सरकार की छवि को बिगाड़ रही है। इसके बाद उम्मीद थी कि कैबिनेट मंत्री की बात कमिश्रनर को रखनी होगी और राज्य सरकार भी इस पर गंभीर होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

अब तक मामले से जुड़े किसी भी अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस बीच सोशल मीडिया पर खनन से जुड़े फोटो-वीडियो लगातार वायरल हो रहे हैं।

देखिये अवैध रेत खनन का वीडियो – 

वहीं कमल पटेल ने भोपाल में कहा कि अगर कलेक्टर अवैध खनन नहीं रुकवा पा रहे हैं तो उन्हें कलेक्टरी छोड़ देनी चाहिये। वहीं कलेक्टर ने नरसिंहपुर में इस बारे में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।

हालांकि कमिश्नर चंद्रशेखर ने कहा है कि प्रभारी मंत्री का पत्र मिलने पर उन्होंने इस बारे में कलेक्टर पर कार्रवाई करने के लिए कहा है, लेकिन अब तक किसी तरह की कार्रवाई की ख़बर नहीं आई है।

इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की टिप्पणी भी सच साबित हो रही है। उन्होंने नर्मदा में खनन का मुद्दा उठाने पर मंत्री कमल पटेल की प्रशंसा की थी, लेकिन कहा था कि कमल पटेल इसे लेकर कुछ नहीं कर सकते।

दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा था कि रेत खनन खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान करवा रहे हैं, उनका परिवार करवा रहा है। उन्होंने कहा कि कमल पटेल जी की चलने वाली नहीं है।

देखिये वीडियो में क्या-क्या बोले दिग्विजय सिंह – 

नर्मदा में अवैध खनन करने वाले माफिया के पौ-बारह हैं। वह इसलिए भी कि कृषि मंत्री कमल पटैल ने कलेक्टर के बाद जबलपुर कमिश्नर बी चंद्रशेखर को भी पत्र लिखकर अवैध खनन रोकने के निर्देश दिए और यह भी कहा कि कलेक्टर कार्यवाही नहीं कर रहे हैं।

सुनिये क्या कहा था पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने और क्या था मामला

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के बावजूद अवैध खनन को रोकनेे के लिए प्रशासन के द्वारा न तो सख्ती बरते जाने के कोई आदेश सार्वजनिक हो सके और न ही पोकलैंड-जेसीबी से खनन करने वालों पर कोई कार्रवाई हुई।

ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि कमल पटेल की नाराजगी प्रशासन पर भारी पड़ेगी।  पटेल ने तो यह भी कहा था कि खनन को लेकर जिन अधिकारियों का दायित्व है कि वह अवैध खनन रोकें उन पर भी कार्रवाई की जाए।

नर्मदा जयंती पर लोगों की भीड़भाड़ की वजह से खनन करने वालों ने अपना कार्य शुक्रवार को बंद रखा। अब कृषि मंत्री के निर्देश के बाद भी कार्यवाही नहीं होने से खनन माफिया के हौसले और बुलंद ही होंगे।