नर्मदा के अवैध रेत खनन पर दिग्विजय सिंह ने ली चुटकी, कहा- मंत्री कमल पटेल की नहीं चलने वाली


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह गुरुवार को नरसिंहपुर के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने कई मसलों पर खुलकर बोला और कई मुद्दों पर उन्होंने चुटकी भी ली।


ब्रजेश शर्मा
नरसिंहपुर Published On :
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नरसिंहपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह गुरुवार को नरसिंहपुर के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने कई मसलों पर खुलकर बोला और कई मुद्दों पर उन्होंने चुटकी भी ली।

दिग्विजय सिंह ने नरसिंहपुर जिले में नर्मदा नदी में हो रहे अवैध रेत खनन पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि कृषि मंत्री कमल पटेल की नहीं चलने वाली है।

गुरुवार को सामने आये मुर्गाखेड़ा खदान के वीडियो व तस्वीरों को देखकर उन्होंने कहा कि पोकलेन व जेसीबी मशीनों से नदी के बीच से खनन पर तो एनजीटी तक ने रोक लगा रखी है। फिर भला बिना सरकारी सरपरस्ती के कोई ऐसा कैसे कर सकता है।

उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि नर्मदा में अवैध रेत खनन करने वाले से अब खनिज अधिकारी यह पूछेंगे कि उसने चोरी की है तो वो बताएगा क्या? इस दौरान दिग्विजय सिंह ने कमिश्नर से फोन पर बात कर नर्मदा में हो रहे अवैध रेत खनन मामले में सख्त कदम उठाने की बात कही।

बता दें कि इससे पहले गुरुवार को नर्मदा में जेसीबी व पोकलेन मशीनों से अवैध रेत खनन की कई तस्वीरें व वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। ये तस्वीरें व वीडियो जब कृषि मंत्री कमल पटेल तक पहुंची तो उन्होंने नाराजगी जताई और प्रशासन को सख्त चेतावनी देते हुए जल्द से जल्द कार्यवाही करने का निर्देश दिया।

कृषि मंत्री कमल पटेल ने गुरुवार को नरसिंहपुर जिले में रेत के अवैध उत्खनन के मामले में स्थानीय प्रशासन की भूमिका के संबंध में जांच कर रिपोर्ट शीघ्र देने के निर्देश जबलपुर संभाग आयुक्त बी चंद्रशेखर को दिए हैं।

रासुका पर चुटकी लेते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के मंत्री हर किसी पर रासुका लगा देते हैं। उनका बस चले तो वे तो बैल चोरी पर भी रासुका लगा दें।

राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा वसूली को लेकर दिग्विजय सिंह ने सवाल किया कि मंदिर निर्माण के लिए चंदा संग्रह करने का अधिकार इन संगठनों को किसने दिया। क्या न्यास का कोई रेग्युलेशन है?

उन्होंने कहा कि मैंने तो शिवराज जी से ज्यादा 1.11 लाख रुपये चंदा दिया, लेकिन सीधे प्रधानमंत्री के खाते में जमा किया है। पिछले 1400 करोड़ चंदे का हिसाब भी उन्होंने मांगा।


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