नरसिंहपुर। प्रदेश में सत्तासीन दल भाजपा की विकास यात्राएं अब आख़िरी चरण में हैं लेकिन शुरु से लेकर अंत तक इन यात्राओं में को जनता ने ही सुर्खियों में रखा है। नरसिंहपुर में विकास यात्रा के दौरान भाजपा नेताओं और जनता के बीच तू-तू मैं-मैं हो गई।
यहां एक गांव में पहुंची विकास यात्रा के दौरान भाजपा नेताओं से तीखे सवाल पूछे गए। यहां ग्रामीणों ने सड़क नहीं बनने पर नाराजगी जताई और पूछा कि इसका कारण पूछा तो भाजपा नेताओं के पास शुरुआत में जवाब नहीं था। इसके बाद ग्रामीणों ने नेताओं से दो टूक कहा कि अब तो आप पंच का चुनाव भी नहीं जीत पाओगे।
ये बहस जनपद चांवरपाठा के गांव सिंगौटा में हो रही थी और इसके एक ओर स्थानीय लोग थे तो दूसरी ओर भाजपा के जिला महामंत्री डॉ. हरगोविंद पटेल। जब तक बहस होती रही गांव में हंगामें की स्थिति बनी रही। इस दौरान कुछ हाथपाई की खबरें भी आईं। यहां लोग कहते नजर आए कि वे भाजपा के ही लोग हैं और भाजपा से प्रताड़ित हैं।यह मामला सड़क के लिए जमीन को लेकर भी था और भाजपा नेता ने चुनाव से पहले वादा किया था कि वे अगर चुनाव जीत जाते हैं तो अपनी कुछ जमीन देकर भी सड़क बनवा देंगे लेकिन वे चुनाव नहीं जीते।
नरसिंहपुर जिले में विकास यात्रा की एक तस्वीर, सड़क का विकास न होने पर नाराज ग्रामीण, भाजपा नेता से कहा अब पंच भी नहीं जिताएंगे।
बोले हम भाजपा के लेकिन भाजपा से ही प्रताड़ित।@BJP4MP #VikasYatraMP #विकास_यात्रा_MP pic.twitter.com/lKLm8vxQX7— Deshgaon (@DeshgaonNews) February 27, 2023
ग्रामीणों द्वारा की जा रही सड़क की मांग से उपजे विवाद में भाजपा जिला महामंत्री ने यह तक कह दिया कि अब जब चुनाव नहीं जीते तो सड़क क्यों बनवाए, सड़क बनाने हम अपनी निजी जमीन नहीं देंगे और उपयोग में आ रही अपनी जमीन वापस लेंगे। यह सुनते ही ग्रामीणों का पारा भी चढ़ गया और उन्होंने कह दिया कि अब आप गांव के वार्ड से पंच का चुनाव भी नहीं जीत पाएंगे।
पूरे विवाद का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रहा हैं। यात्रा जहां पहुंची है वह तेंदूखेड़ा विधानसभा क्षेत्र है जहां फिलहाल कांग्रेसी विधायक हैं और बताया जाता है कि इसीलिए भाजपा नेता नाराज़ हैं। हालांकि ग्रामीणों ने नेताजी से फिर पूछा कि विकास क्या आप अपने वोटरों के हिसाब से करते हैं या आपके लिए सारी जनता एक समान है। महामंत्री पटेल के पास इसका भी जवाब नहीं था। इस दौरान जिला प्रभारी और महिला आयोग की सदस्य रहीं अमिता चपरा भी मौजूद थीं लेकिन विवाद बढ़ता देख वे मौसे से निकल गईं।